Protests In Pakistan against inflated electricity bills continue experts says its like civil war पाकिस्‍तान में घर चलाना हुआ मुश्किल, बिजली का बिल 20 हजार रुपए पार, विशेषज्ञों बोले, गृहयुद्ध की तरफ देश

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई को लेकर आम आदमी में गुस्सा है। बढ़ते बिजली बिलों और सरकार द्वारा लगाए गए उच्च करों के खिलाफ विरोध करने के लिए पूरे पाकिस्तान में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं। सरकार की ऊंची बिजली दरों और करों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने हजारों बिजली बिल जला डाले। बढ़े हुए बिजली बिलों के खिलाफ नागरिकों ने सोमवार को भी देश के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी रखा। बिजली बिलों को लेकर देश की जनता शनिवार से बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरी है। आक्रोश की वजह से अंतरिम प्रधानमंत्री अनवारुल हक को नोटिस लेने और मुद्दे पर चर्चा के लिए रविवार को इमरजेंसी मीटिंग बुलानी पड़ी थी।घर चलाना मुश्किलरावलपिंडी में एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘इस सरकार ने बुनियादी जरूरत की हर चीज के दाम बढ़ाकर छोटे परिवार वाले आम आदमी के लिए घर का खर्च चलाना असंभव कर दिया है। अब, वे हमें ऊंचे टैरिफ और करों वाले बिल भेजते हैं। एक ऐसे घर की कल्पना करें जिसमें दो पंखे और तीन लाइटें हैं, लेकिन बिल 20000 पाकिस्‍तान रुपयों से अधिक है। यह अस्वीकार्य है और हम तब तक विरोध करेंगे जब तक लोगों का खून चूसने का यह जानबूझकर किया गया प्रयास बंद नहीं हो जाता।’एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘एक तरफ न नौकरियां हैं, न कारोबार, सब कुछ महंगा है। और इसके अलावा, वे हमें ऐसे बिल भेजकर जमीन में और भी अधिक दफनाने की कोशिश करते हैं जिनका हम भुगतान नहीं कर सकते। हम इन बिलों, टैरिफों और करों को अस्वीकार करते हैं। हम उन्हें बिल्कुल भी भुगतान नहीं करेंगे और न ही अधिकारियों को हमारी बिजली काटने और हमारे मीटर ले जाने देंगे।’सरकार कर रही मीटिंगकई मस्जिदों से भी घोषणाएं की गई हैं, जिसमें स्थानीय लोगों से अपने बिलों का भुगतान न करने और अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अपील की गई है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए, कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने तेजी से बिगड़ते संकट के समाधान की तलाश में अपने मंत्रिमंडल के साथ बैठकें की हैं। सरकार ने अधिकारियों से अपनी सिफारिशें देने और कैबिनेट को यह बताने के लिए कहा है कि उच्च टैरिफ और करों के मुद्दे से कैसे निपटा जा सकता है।गृहयुद्ध की तरफ पाकिस्‍तानराजनीतिक और आर्थिक विशेषज्ञ सैयद इरफान रजा ने कहा, ‘यह तेजी से पूर्ण अराजकता और अव्यवस्था में बदल सकता है, जो गृहयुद्ध की ओर अग्रसर हो रहा है। नागरिक क्रोधित हैं, आक्रामक हैं, जरूरत पड़ने पर जवाबी कार्रवाई करने और राज्य को चुनौती देने के लिए तैयार हैं। मुद्रास्फीति, करों, टैरिफ और नौकरियों, व्यवसायों और कमाई के अन्य साधनों में लगातार गिरावट ने पाकिस्तानियों के भविष्य को अनिश्चित बना दिया है।’ जेआई प्रमुख सिराजुल हक ने बिजली दरों में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ दो सितंबर को बड़े पैमाने पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।