हाइलाइट्स:कोरोना से एक बार संक्रमित होने के बाद दोबारा संक्रमण का खतरा कमब्रिटेन के पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने नया डेटा जारी कर दिया दावाडेल्टा वैरियंट से दोबारा कोरोना पॉजिटिव होने का कोई सबूत नहींलंदनकोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग ने अच्छी खबर दी है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (PHE) ने गुरुवार को कोरोना वायरस के रिइंफेक्शन पर जनसंख्या निगरानी डेटा जारी किया है। इसमें दावा किया गया है कि नए डेटा से पता चला है कि एक बार कोरोना संक्रमित होने पर दोबारा फिर इस वायरस के चपेट में आने का जोखिम कम है। इस डेटा को दोबारा कोरोना की चपेट में आए लोगों की निगरानी करने और बीमारी के व्यवहार को समझने के लिए सार्वजनिक किया गया है।दोबारा संक्रमित होने वाले लोगों की तादाद कमइस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दोबारा कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है। इंग्लैंड में महामारी की शुरुआत से 30 मई 2021 तक कोरोना के दोबारा संक्रमण के 15,893 मामले पाए गए थे। इस दौरान पूरे इंग्लैंड में 40 लाख लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। दोबारा संक्रमित हुए लोगों का आंकड़ा कुल संक्रमण का .397 फीसदी ही है।दोबारा संक्रमण को लेकर लोगों में डरपब्लिक हेल्थ इंग्लैंड में कोविड-19 के स्ट्रैटजिक डायरेक्टर डॉ सुसान हॉपकिंस ने कहा कि लोग इस बात को लेकर काफी चिंतित हैं कि क्या आप कोरोना से एक से अधिक बार संक्रमित हो सकते हैं। हम भी जानते हैं कि हां, लोग एक से अधिक बार संक्रमित हो सकते हैं। लेकिन, यह डेटा वर्तमान में हमें बताता है कि दोबारा कोरोना संक्रमित होने की दर काफी कम है। हालांकि, हम इससे आत्मसंतुष्ट नहीं हैं।COVID Third Wave in UK: ब्रिटेन में 80% वैक्सीनेशन के बाद भी कोरोना की तीसरी लहर से कोहराम, भारत में क्या कह रहे विशेषज्ञ?दोबारा संक्रमित मरीज में नहीं दिखता लक्षणउन्होंने कहा कि किसी भी संक्रमण की संभावना को कम करने के लिए टीके की दोनों खुराक और हर समय मार्गदर्शन का पालन करना महत्वपूर्ण है। यह डेटा जून 2020 से मई 2021 के अंत तक रिइंफेक्सन की संभावना को दिखाता है। इसके बावजूद हम दोबारा कोरोना संक्रमित हुए लोगों पर वैक्सीन का प्रभाव और बीमारी की गंभीरता को देखना जारी रखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि फिर से संक्रमित होने के अधिकांश मामलों में मरीज में लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। कोरोना की तीसरी लहर से बचना है तो इन 5 ‘रणनीतियों’ पर फोकस जरूरी, केंद्र ने राज्यों को किया आगाहडेल्टा वैरियंट से दोबारा संक्रमित होने का सबूत नहींडॉ हॉपकिंस ने कहा कि हम उस कारक को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे दोबारा कोरोना संक्रमित होने का खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे हम यह कह सकें कि कोरोना के डेल्टा वैरियंट से किसी अन्य वैरियंट की तुलना में दोबारा कोरोना संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है। इसके बावजूद हम पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।कोरोना वायरस