हाइलाइट्स:रूस ने प्रशांत महासागर में बड़े पैमाने पर समुद्र और हवा में जंग का जोरदार अभ्यास किया हैइसमें रूसी नौसेना ने एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप पर भी हमले का अभ्यास किया हैयह अभ्यास कब हुआ, इसके बारे में ठीक-ठीक जानकारी नहीं है लेकिन अमेरिका में टेंशन में हैमास्कोअमेरिका और नाटो देशों के साथ तनाव के बीच रूस ने प्रशांत महासागर में बड़े पैमाने पर समुद्र और हवा में जंग का जोरदार अभ्यास किया है। इसमें रूसी सेना ने एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप पर भी हमले का अभ्यास किया है। यह अभ्यास कब हुआ, इसके बारे में ठीक-ठीक जानकारी नहीं है लेकिन पिछले दिनों ही अमेरिका ने रूस की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद अपने सबसे शक्तिशाली फाइटर जेट F-22 रैप्टर को हवाई के पास समुद्र की ओर भेजा था। हाल के दिनों में ऐसा दूसरी बार है जब अमेरिका को अपने स्टील्थ फाइटर जेट को रूसी गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद भेजना पड़ा है। रक्षा वेबसाइट द ड्राइव के मुताबिक प्रशांत महासागर में बढ़ती रूसी सेना की बढ़ती गतिविधियों से अमेरिका टेंशन में आ गया है। अमेरिका ने अपने युद्धक जहाजों के बेडे़ को इस इलाके में भेजा है। इससे पहले रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक वीडियो जारी करके कहा कि हमने एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को तबाह करने का अभ्यास किया है। अभ्यास अमेरिका के हवाई द्वीप समूह से 300 मील की दूरी पररूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस अभ्यास में स्लावा क्लास के क्रूजर वारयाग के जरिए क्रूज मिसाइल एयरक्राफ्ट कैरियर पर दागी गई। इस दौरान अभ्यास में उदालोय क्लास का डेस्ट्रायर मार्शल शपोश्निकोव, ग्रोम्की आदि ने भी हिस्सा लिया। रूस ने कहा कि यह अभ्यास कुरिल द्वीप समूह के 2500 मील दक्षिणपूर्व में किया गया। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक यह अभ्यास अमेरिका के हवाई द्वीप समूह से 300 से लेकर 500 मील की दूरी पर किया गया। अपुष्ट सूत्रों के मुताबिक कई रूसी जंगी जहाज हवाई के होनोलूलू से मात्र 35 समुद्री मील की दूरी पर पहुंच गए थे। इसी दौरान अमेरिका के भी तीन जंगी जहाज वहां पहुंच गए। माना जा रहा है कि रूसी जहाजों का हवाई के इतने करीब पहुंचना अपने आप में बहुत आसामान्य घटना है। इस दौरान रूसी नौसेना का टीयू-142 विमान करीब 14 घंटे तक हवा में रहा। इस दौरान विमान में हवा में ईंधन भी भरा गया। अमेरिका ने S-400 सिस्टम को मार गिराने का अभ्यास किया इसस पहले रूस के साथ चल रहे तनाव के बीच अमेरिका ने अत्याधुनिक S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को मार गिराने का अभ्यास किया था। अमेरिका ने इस रूसी ब्रह्मास्त्र को मार गिराने का अभ्यास अफ्रीका महाद्वीप के मोरक्को में किया है। इस व्यापक युद्धाभ्यास का नाम ‘अफ्रीकन लॉयन’ दिया गया है। अमेरिका ने तुर्की, भारत और अन्य देशों के रूसी मिसाइल डिफेंस सिस्टम को खरीदने का जोरदार विरोध किया है।यही नहीं अमेरिका ने तुर्की पर प्रतिबंध लगा दिया है और भारत पर भी इस प्रतिबंध का खतरा मंडरा रहा है। मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि S-400 को मार गिराने का यह युद्धाभ्यास मोरक्को के अगादिर इलाके में किया गया। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक वीडियो में एस-400 को मार गिराने के अभ्यास का खुलासा हुआ। इस वीडियो में एक शख्स कहता नजर आ रहा है, ‘दो एस-400 के खिलाफ दो हमले किए गए।’