russia news, Russia Britain News: एस्‍टोनिया में ब्रिटेन और जर्मनी के फाइटर जेट्स ने रूस के एयरक्राफ्ट को सीमा से बाहर खदेड़ा, काला सागर में बढ़ा तनाव – fighter jets of britain and germany intercept russian aircraft near estonian airspace

लंदन: ब्रिटिश और जर्मन लड़ाकू विमानों ने मंगलवार को संयुक्त नाटो मिशन में एस्टोनिया के करीब उड़ रहे दो रूसी विमानों को रोकने की कोशिशों की हैं। बताया जा रहा है कि काला सागर के ऊपर एक रूसी विमान द्वारा अमेरिकी ड्रोन को मार गिराए जाने के कुछ घंटे बाद ही इस क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका है।डेली मेल ने बताया कि बाल्टिक सागर में एस्टोनियाई हवाई यातायात नियंत्रण के साथ संवाद करने में विफल होने के बाद आरएएफ और जर्मन टाइफून जेट रूसी हवा से हवा में ईंधन भरने वाले विमान पर प्रतिक्रिया कर रहे थे, और जैसे ही यह नाटो हवाई क्षेत्र से संपर्क किया।एयरस्‍पेस के करीब से गुजरा एयरक्राफ्टसेंट पीटर्सबर्ग और कलिनिनग्राद के बीच उड़ान भरते समय रूसी आईएल-78 मिडास विमान को रोक दिया गया था। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, आरएएफ ने बुधवार को कहा कि नाटो जेट विमानों को बाद में एक रूसी रूसी एंटोनोव 148 सैन्य परिवहन विमान को रोकने के लिए पुनर्निर्देशित किया गया था, जो एस्टोनियाई हवाई क्षेत्र के करीब से गुजर रहा था। यह दोनों देशों द्वारा किया गया पहला संयुक्त नाटो एयर पुलिसिंग स्क्रैम्बल था, और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर चल रहे आक्रमण और कीव के पश्चिमी सहयोगियों के लिए उनकी धमकियों के कारण इस क्षेत्र में बढ़े हुए तनाव के बीच आता है।रूस ने दी चेतावनीडेली मेल ने बताया कि, मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में ड्रोन से जुड़ी घटना के बाद रूस ने आज चेतावनी दी कि वह अमेरिकी हथियारों के साथ किसी भी कार्रवाई को खुले तौर पर शत्रुतापूर्ण मानेगा। यह तब आया जब डेनिश जांचकर्ताओं ने कहा कि उन्हें नॉर्ड स्ट्रीम 2 पाइपलाइन के नीचे संदिग्ध वस्तु मिली, जिसके कुछ हिस्सों को पिछले साल रहस्यमय तरीके से नष्ट कर दिया गया था। आरएएफ ने चार टायफून जेट्स को रवाना किया था। ये जेट्स एस्‍टोनिया के अमारी एयरबेस पर तैनात हैं। अमेरिका का ड्रोन हुआ ढेरब्रिटेन के मंत्री जेम्‍स हेप्पी ने कहा है कि नाटो की सेनाएं सुरक्षा की जिम्‍मेदारी बखूबी निभा रही हैं। यूके और जर्मनी ने बाल्टिक में किसी भी चुनौती से निबटने के लिए सभी इंतजाम किए हुए हैं। यह घटना उस समय हुई है जब अमेरिका की एयरफोर्स ने रूस पर एमक्यू-9 रीपर सर्विलांस ड्रोन को काला सागर के ऊपर गिराने की आरोप लगाया है।