मॉस्को: बीबीसी ने रूस में अपने प्रसारण (BBC Off Air in Russia) को तत्काल प्रभाव से रोक दिया है। संस्थान का कहना है कि उसने अपने पत्रकारों और सपोर्ट स्टाफ को बचाने के लिए यह कदम उठाया है। दो दिन पहले ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (News About Vladimir Putin) ने ‘फर्जी सूचना’ फैलाने के लिए पत्रकारों को 15 साल की जेल वाले कानून को मंजूरी दी थी। जिसके बाद आशंका जताई गई थी कि इस कानून का दुरुपयोग विदेशी मीडिया (BBC Broadcasting in Russia) को डराने और धमकाने के लिए किया जा सकता है। यूक्रेन पर हमले के बाद ब्रिटेन ने रूस के सरकारी मीडिया आरटी और स्पुतनिक पर रोक लगाई थी। जिसके बाद रूस ने भी ब्रिटेन को जवाबी कार्रवाई की धमकी दी थी। हाल के दिनों में कई पश्चिमी देशों ने रूसी मीडिया पर प्रतिबंध का ऐलान किया है।ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन ने जारी किया बयानब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन के कहा कि वह रूस में अपने सभी न्यूज जर्नलिस्ट और सपोर्ट स्टाफ के काम को अस्थायी रूप से निलंबित कर रहा है। बीबीसी के डायरेक्टर जनरल टिम डेवी ने कहा कि नया कानून रूस में स्वतंत्र पत्रकारिता की प्रक्रिया को अपराधीकरण करने वाला प्रतीत होता है। हमारे पास बीबीसी न्यूज के सभी पत्रकारों और रूसी संघ के भीतर उनके सहयोगी कर्मचारियों के काम को अस्थायी रूप से निलंबित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। रूसी भाषा में बीबीसी का प्रसारण रहेगा जारीटिम डेवी ने बताया कि रूसी भाषा में हमारी बीबीसी न्यूज सर्विस रूस के बाहर से काम करना जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि हमारे कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और हम उन्हें केवल अपना काम करने के लिए आपराधिक मुकदमा चलाने के जोखिम में डालने के लिए तैयार नहीं हैं। मैं उन सभी को उनकी बहादुरी, दृढ़ संकल्प और व्यावसायिकता के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा। बीबीसी ने कहा- सटीक, स्वतंत्र जानकारी देते रहेंगेबीबीसी के डायरेक्टर जनरल ने यह भी कहा कि हम दुनियाभर के दर्शकों के लिए सटीक, स्वतंत्र जानकारी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसमें लाखों रूसी शामिल हैं जो हमारी समाचार सेवाओं का उपयोग करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यूक्रेन और दुनिया भर में हमारे पत्रकार यूक्रेन के आक्रमण पर रिपोर्ट करना जारी रखेंगे।दो दिन पहले ही रूसी संसद ने पारित किया था कानूनदो दिन पहले ही रूसी संसद ने मीडिया रिपोर्टिंग को लेकर एक कानून को मंजूरी दी थी। इसके जरिए रूस में युद्ध के बारे में ‘फर्जी’ या ‘झूठी’ खबर फैलाना एक आपराधिक कृत्य माना जाएगा। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने भी बीबीसी पर अपनी रिपोर्टिंग के जरिए देश की स्थिरता और सुरक्षा को कम करने का आरोप लगाया था।