मटेरा (इटली)भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों जी-20 की मंत्रीस्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए इटली के मटेरा पहुंचे हुए हैं। उन्होंने इस बैठक के अलग हटकर कई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ अलग से मुलाकात भी की। अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, इटली, मैक्सिको, जापान और यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक में कोरोना वायरस की स्थिति और परस्पर हित वाले वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी बातचीत हुई। दो देशों के दौरे के दूसरे चरण में सोमवार को यूनान से इटली पहुंचे जयशंकर ने जी-20 मंत्रिस्तरीय बैठक के इतर ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की तथा क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। जयशंकर ने ट्वीट किया कि आज सुबह ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब से मुलाकात की। अपने द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति पर चर्चा की। वैश्विक, क्षेत्रीय मुद्दों, कोविड-19 और जलवायु के संबंध में कार्रवाई पर चर्चा की।इसके बाद दिन में विदेश मंत्री ने इटली के अपने समकक्ष लुइगी डी मायो से मुलाकात की और जी-20 विदेश मंत्रियों की इटली में सफल बैठक आयोजित करने के लिए उन्हें बधाई दी। जयशंकर ने एक और ट्वीट कर कहा कि अपने द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया।उन्होंने मैक्सिको के अपने समकक्ष मार्सेलो इबरार्ड सी. से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों में तेजी लाने पर सहमत हुए। जयशंकर ने ट्वीट किया कि कोविड के समय में दवाओं के क्षेत्र में हमारा सहयोग महत्वपूर्ण है।उन्होंने जापान के विदेश मंत्री तोशीमिशु मोटेगी से मुलाकात की और क्वाड, टू प्लस टू और कोविड-19 पर चर्चा की। जयशंकर ने ट्वीट किया कि जापान के विदेश मंत्री मोटेगी के साथ चर्चा हुई। क्वाड, टू प्लस टू और कोविड-19 पर चर्चा की।उन्होंने सऊदी अरब के अपने समकक्ष फैसल बिन फरहान के साथ भी बातचीत की जिस दौरान कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा हुई और विमानों की जल्द आवाजाही बहाल करने पर अपील की। उन्होंने ट्वीट किया कि सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान के साथ सौहार्दपूर्ण बैठक हुई। कोविड की स्थिति पर चर्चा की और विमानों की आवाजाही जल्द बहाल करने की अपील की। सामरिक भागीदारी और क्षेत्रीय स्थिति को लेकर भी वार्ता हुई।बाद में जयशंकर ने कनाडा के विदेश मंत्री मार्क गार्नियू से मुलाकात की और उनके साथ द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता की। विदेश मंत्री ने यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के उच्च प्रतिनिधि जोसेप बोरेल फोनटेलेस से भी मुलाकात की। बैठक के बाद उन्होंने कहा, ‘‘नेताओं के शिखर सम्मेलन के एजेंडा पर चर्चा की। टीका उत्पादन एवं पहुंच पर बातचीत हुई। यूरोप यात्रा के लिए कोविशील्ड को अधिकृत करने पर बात हुई। हम आगे भी बातचीत जारी रखेंगे।’’जी-20 शिखर सम्मेलन इटली में अक्टूबर में आयोजित होगा। भारत 2022 में जी-20 की अध्यक्षता कर सकता है। जी-20 एक प्रभावी समूह है, जो विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को एक मंच पर लाता है। जी-20 के सदस्य देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, जापान, भारत, इंडोनेशिया, इटली, मैक्सिको, रूस, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।