काबुलअफगानिस्तान में रखे बेहद कीमती खजाने को खोजने के लिए तालिबान ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। कार्यवाहक सरकार के सूचना और संस्कृति मंत्रालय के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। तालिबानी अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने Bactrian खजाने को ट्रैक करने और खोजने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। इस खजाने को चार दशक पहले उत्तरी जवज्जन प्रांत के केंद्र में शेरबर्गन जिले के तेला तापा क्षेत्र में खोजा गया था। अब यह सोने का भंडार गायब है और इस वक्त तालिबान को देश चलाने के लिए इसकी सख्त जरूरत है।क्या देश से बाहर चला गया खजाना?न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी देते हुए कहा कि कैबिनेट के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्ला वासीक ने कहा कि संबंधित विभागों को बैक्ट्रियन खजाने को ढूढ़ने और जांच करने का काम सौंप दिया गया है। टोलो न्यूज के मुताबिक वासीक ने कहा, ‘फिलहाल पूरे मामले की जांच चल रही है और यह जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर सच क्या है। अगर इस खजाने को अफगानिस्तान से बार भेजा गया है तो यह मुल्क के खिलाफ देशद्रोह है।’Mullah Baradar: मारे गए, घायल हैं या मीडिया से दूर, आखिर कहां हैं बरादर? तमाम अटकलों के बीच अब टीवी पर दिखेगंभीर कार्रवाई करेगी सरकारअधिकारी ने कहा कि अगर इसे और अन्य प्राचीन चीजों को देश से बाहर ले जाया गया है तो अफगानिस्तान की सरकार गंभीर कार्रवाई करेगी। National Geographic के मुताबिक बैक्ट्रियन खजाने में प्राचीन समय के दुनियाभर के हजारों सोने के टुकड़े शामिल हैं। यह पहली शताब्दी ईसा पूर्व से पहली शताब्दी ईस्वी के समय के हैं और कब्रों के भीतर पाए गए थे।खजाने में शामिल सोने की 20,000 चीजें रिपोर्ट के अनुसार इसमें 20,000 से अधिक चीजें शामिल थीं, जैसे- सोने की अंगूठियां, सिक्के, हथियार, झुमके, कंगन, हार और ताज। सोने के अलावा इनमें कई चीजों को Turquoise, Carnelian और Lapis Lazuli जैसे कीमती पत्थरों से तैयार किया गया था। नेशनल ज्योग्राफिक के अनुसार जानकारों का मानना है कि कब्रें छह अमीर एशियाई खानाबदोशों, पांच महिलाओं और एक पुरुष की थीं, जिनसे खजाने की खोज हुई थी।(प्रतीकात्मक फोटो)