Top 10 Navies in the World, दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना के बाद अब सबसे बड़ा युद्धपोत बना रहा चीन, सैटेलाइट तस्वीर ने खोली पोल – after the worlds largest navy, china is now building largest warship frigate, satellite picture revealed

बीजिंग: दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना चीन के पास है। इसके बावजूद यह देश अब भी तेजी से अपनी नौसैनिक ताकत को बढ़ा रहा है। हाल में ही चीन के शंघाई शिपयॉर्ड की एक सैटेलाइट तस्वीर लीक हुई है, जिसमें ड्रैगन के सबसे बड़े युद्धपोत का खुलासा हुआ है। शंघाई में हुडोंग शिपयार्ड के तस्वीर से पता चला है कि चीन ने एक अडवांस फ्रिगेट बनाने की दिशा में काफी प्रगति की है। नई क्लास के इस फ्रिगेट का निर्माण लगभग पूरा होने वाला है। इससे पता चलता है कि चीन का लक्ष्य फायर पावर के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ना है। वर्तमान में चीनी नौसेना के पास जहाज भले ही ज्यादा हों, लेकिन वह फायर पावर के मामले में अमेरिकी नौसेना से काफी पीछे है।कुछ-कुछ चीन के टाइप 054A फ्रिगेट की तरह शंघाई में हुडोंग शिपयार्ड की इस तस्वीर को अमेरिकी पनडुब्बी विशेषज्ञ टॉम शुगार्ट ने किया है। उन्होंने बताया कि तस्वीरों में दिख रहे निर्माणाधीन जहाज का पूरा हल चीन के टाइप 054A फ्रिगेट के समान है। हालांकि, यह पूरी तरह से एक नहीं हैं। उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन जहाज 054A टाइप के फ्रिगेट की तुलना में लंबा और चौड़ा है। ताइपे नेवल एकेडमी के एक पूर्व ट्रेनर लू ली-शिह ने सुझाव दिया कि यह नया जहाज चीनी नौसेना का एक उन्नत युद्धपोत हो सकता है। यह चीन के 054A फ्रिगेट, लंबे समय से अफवाह वाले टाइप 054B से बड़ा और तेज है।2020 तक चार एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने पर काम कर रहा चीनमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की योजना 2030 तक कम से कम चार एयरक्राफ्ट कैरियर स्ट्राइक ग्रुप बनाने की है, ताकि अमेरिका के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नौसेना बन सके। चीन कथित तौर पर टाइप 054B फ्रिगेट्स के इस्तेमाल का दावा करता है। इसके साथ ही वह टाइप 052 और 055 ड्रिस्ट्रॉयर को अपने विमान वाहकों को एस्कॉर्ट करने के लिए भी तैनात कर रहा है।चीन के पास वर्तमान में दो एयरक्राफ्ट कैरियर ऑपरेशनलचीन के पास वर्तमान में दो विमान वाहक, लिओनिंग और शेडोंग हैं। जून 2022 में, उसने अपना तीसरा सबसे उन्नत विमानवाहक पोत फ़ुज़ियान लॉन्च किया, जो अभी भी तकनीकी रूप से टेस्टिंग की प्रक्रिया में है। यह युद्धपोत शॉर्ट टेक ऑफ और अरेस्टेड लैंडिंग तकनीक से लैस है। इस तकनीक के युद्धपोत सिर्फ अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और इटली के पास ही हैं।