अंकारा: तुर्की और सीरिया ने सोमवार को दशक के सबसे खतरनाक भूकंप का सामना किया। 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद करीब इसी तीव्रता के दो और भूकंप आए और सबकुछ खत्म हो गया। सेस्मोलॉजिस्ट्स की मानें तो अभी कुछ दिनों तक आफ्टरशॉक्स का खतरा बरकरार है। किसी को समझ नहीं रहा है कि आखिर क्यों तुर्की और सीरिया इतने विनाशकारी भूकंप के शिकार बने। वैज्ञानिकों की मानें तो दोनों ही देश के बीच अनातोलियन और अरब प्लेटों के बीच 100 किमी (62 मील) से ज्यादा की टूट हुई है। धरती की सतह पर ऐसा क्या हुआ कि इतना बड़ा जलजला आ गया और इसके बाद अब क्या होगा, आइए आपको बताते हैं। क्या हुआ होगा धरती के नीचेतुर्की के गजियानटेप प्रांत के 26 किलोमीटर पूर्व में स्थित नूरदगी में इस भूकंप का केंद्र था। नूरदगी में पूर्वी अनातोलियन फॉल्ट के 18 किमी की गहराई में यह भूकंप आया था। यह भूकंप उत्तर और पूर्व में दो हिस्सों तक फैल गया। इसकी वजह से ही तुर्की के साथ ही साथ सीरिया में भी जमकर तबाही हुई है। 20वीं सदी के दौरान पूर्वी अनातोलियन फॉल्ट में विशाल सेसमिक गतिविधि हुई थी। ब्रिटिश जियोलॉजिकल सर्वे में रिसर्च एसोसिएट रोजर म्यूसॉन के मुताबिक अगर सिर्फ भूकंप को देखें जिन्हें सीस्मोमीटर पर दर्ज हुए तो फिर कुछ नहीं मिलेगा। Earthquake in Turke: प्लीज…मेरी जान बचा लो, तुर्की में भूकंप के बाद मलबे के नीचे दबे यू-ट्यूबर ने वीडियो जारी कर मांगी मदद, हर तरफ तबाही का मंजर250 गुना ज्यादा एनर्जीअमेरिकी जियोलॉजिक सर्वे के मुताबिक सन् 1970 से लेकर अब तक सिर्फ तीन ही भूकंप दर्ज हुए हैं। लेकिन सन् 1822 में सात की तीव्रता वाला एक भूकंप आया था और उसमें करीब 20,000 लोग मारे गए थे। किसी भी साल में 20 से भी कम ऐसे भूकंप दर्ज हुए हैं जिनकी तीव्रता सात रही हो। लंदन इंस्टीट्यूट में रिस्क एंड डिजास्टर मैनेजमेंट की मुखिया जोआना फॉरे वॉकर के मुताबिक इटली में साल 2016 में आए भूकंप में 300 लोगों की मौत हुई थी। वह भूकंप 6.2 की तीव्रता वाला था। तुर्की और सीरिया के बॉर्डर पर जो भूकंप सोमवार को आया है वह करीब 250 गुना ज्यादा ताकतवर था। साल 2013 से 2022 तक सिर्फ दो ही खतरनाक भूकंप आए हैं और छह फरवरी को आया भूकंप सबसे ज्यादा खतरनाक रहा। अमेरिका पर भी प्रलय का खतरापूर्वी अनातोलियन फॉल्ट की वजह से तुर्की और सीरिया में आया भूकंप इतना खतरनाक रहा। ठोस चट्टाने एक दूसरे को फॉल्ट लाइन की तरफ धकेल रही थीं। इन चट्टानों ने तब तक तनाव पैदा किया जब तक कि एक फिसल नहीं गईं। जैसे ही एक चट्टान फिसली उससे भूकंप के जितनी ऊर्जा पैदा हुई। कैलिफोर्निया में स्थित सैन एंड्रीयाज फॉल्ट दुनिया का सबसे खतरनाक स्ट्राइक-स्लिप फॉल्ट है। वैज्ञानिक काफी समय से आगाह कर रहे हैं कि एक बड़ा जलजला किसी भी समय यहां पर आ सकता है। ब्रिटेन में ओपन यूनिवर्सिटी के जियोसाइंटिस्ट डेविड रॉथरी की मानें तो गहरे भूकंप की तुलना में जमीन की सतह पर आने वाले झटके काफी खतरनाक होते हैं।