वॉशिंगटनअमेरिका के एक 26 वर्षीय सिख-अमेरिकी नौसैनिक अधिकारी को कुछ सीमाओं के साथ पगड़ी पहनने की इजाजत दी गई है। मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई। वह इस प्रतिष्ठित बल के 246 साल के इतिहास में ऐसा करने की अनुमति पाने वाला वह पहला व्यक्ति है। द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर में कहा गया है, ‘लगभग पांच साल से हर सुबह लेफ्टिनेंट सुखबीर तूर अमेरिकी नौसैनिक कोर की वर्दी धारण करते आए हैं।’ देश और धर्म दोनों का सम्मानरिपोर्ट में कहा गया कि गुरुवार को, सिर पर सिख पगड़ी पहनने की उनकी तमन्ना भी पूरी हो गई। खबर में कहा गया है कि मरीन कोर के 246 साल के इतिहास में तूर पहले व्यक्ति हैं, जिन्हें पगड़ी पहनने की अनुमति मिली है। तूर ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘आखिरकार मुझे मेरे विश्वास और देश में से किसी एक को चुनने की नौबत नहीं आई। मैं जैसा हूं, वैसा ही रहते हुए दोनों का सम्मान करता हूं।’ अब तक का सबसे लंबा और पहला केसतूर ने इस अधिकार को प्राप्त करने के लिए संघर्ष किया है। इस साल जब वह पदोन्नति पाकर कैप्टन बने तो उन्होंने अपील का फैसला किया। खबर के अनुसार यह इतने लंबे समय तक चला इस तरह का पहला मामला था। वाशिंगटन और ओहायो में पले-बढ़े भारतीय प्रवासी के बेटे तूर को कुछ सीमाओं के साथ ड्यूटी पर पगड़ी पहनने की अनुमति मिली है। कुछ शर्तों के साथ पगड़ी पहनने की छूटवह सामान्य ड्यूटी के दौरान पगड़ी पहन सकते हैं, लेकिन युद्ध क्षेत्र में तैनात होने पर वह ऐसा नहीं कर सकते। एनवाईटी की खबर में कहा गया है कि तूर ने मरीन कोर कमांडेंट के प्रतिबंधात्मक निर्णय के खिलाफ अपील की है। उनका कहना है कि अगर उन्हें सभी जगह पगड़ी पहनने की अनुमति नहीं मिलती है तो वह कोर के विरुद्ध मुकदमा करेंगे।