हाइलाइट्सदक्षिण चीन सागर और जापान तट के पास चीन की बढ़ रही है दादागिरीअमेरिका गुआम-ऑस्‍ट्रेलिया में स्थित सैन्‍य अड्डों को आधुनिक बनाने में जुटाअमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने अपनी व्‍यापक समीक्षा के बाद यह फैसला किया वॉशिंगटनदक्षिण चीन सागर और जापान तट के पास चीन की बढ़ती दादागिरी पर लगाम लगाने के लिए अमेरिका प्रशांत महासागर में स्थित अपने गुआम और ऑस्‍ट्रेलिया में स्थित सैन्‍य अड्डों को आधुनिक बनाने में जुट गई है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने अपनी व्‍यापक समीक्षा के बाद फैसला किया है कि चीन और रूस के खतरे से निपटने के लिए बनाए गए बनाए गए सैन्‍य ठिकानों पर सैनिकों की तैनाती को बढ़ाया जाएगा। अमेरिका ईरान पर लगाम लगाने के लिए पश्चिम एशिया में अपने सैनिकों की तैनाती को बरकरार रखेगा। बाइडन प्रशासन ने अपने कार्यकाल के शुरुआत में ‘वैश्विक हालत समीक्षा’ शुरू कराया था। इस रिपोर्ट को अभी गोपनीय रखा गया है ताकि उसके दोस्‍तों के सीक्रेट प्‍लान का खुलासा न हो सके। हालांकि इसमें पुष्टि की गई है कि अमेरिकी सेना के लिए हिंद प्रशांत क्षेत्र प्राथमिकता वाला क्षेत्र बना रहेगा। इस समीक्षा में कहा गया है कि सहयोगियों और पार्टनर के साथ सहयोग को बढ़ाया जाएगा। इससे क्षेत्र में स्थिरता आएगी और चीन तथा उत्‍तर कोरिया के किसी आक्रामक सैन्‍य अभियान पर रोक लगेगी। चीन ने दिखाई ताकत, अमेरिका की नाक के नीचे भेजे किलर मिसाइलों से लैस युद्धपोतऑस्‍ट्रेलिया में नए फाइटर और बॉम्‍बर की तैनाती पेंटागन की शीर्ष अधिकारी मारा कार्लिन ने कहा कि यूरोप में रूस की आक्रामक कार्रवाई पर लगाम लगाने के लिए विश्‍वसनीय ताकत को बढ़ाया जाएगा ताकि नाटो के सैनिक प्रभावी तरीके से काम कर सकें। मारा ने कहा कि चीन के खतरे से निपटने के लिए गुआम और ऑस्‍ट्रेलिया में सैन्‍य तैनाती को बढ़ाया जाएगा। उन्‍होंने कहा, ‘ऑस्‍ट्रेलिया में आप देखेंगे कि नए फाइटर और बॉम्‍बर की तैनाती की जाएगी। आप देखेंगे कि पैदल सेना की ट्रेनिंग बढ़ेगी और सामरिक किलेबंदी में सहयोग बढ़ाया जाएगा।’ मारा ने कहा कि गुआम में भी एयरपोर्ट, ईंधन और हथियारों के स्‍टोरेज को बढ़ाया जाएगा। गुआम और ऑस्‍ट्रेलिया में अमेरिका की सैन्‍य किलेबंदी भारत के लिए अच्‍छी खबर है। चीन के आक्रामक रुख से भारत, ताइवान, जापान और दक्षिण पूर्वी एशिया के देश परेशान हैं। चीन लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर बड़े पैमाने पर हथियारों की तैनाती कर रहा है। चीन के हजारों सैनिक एलएसी पर तैनात हैं। अमेरिका के इस तैनाती से चीन को दोनों ही मोर्चों पर जूझना पड़ेगा।अमेरिका गुआम-ऑस्‍ट्रेलिया में अपनी सैन्‍य तैनाती को बढ़ाएगा