वॉशिंगटनईरान के नए नवेले राष्‍ट्रपति इब्राहिम रईसी को अमेरिका ने तगड़ा झटका दिया है। अमेरिका के न्‍याय विभाग और वाणिज्‍य विभाग ने ‘दुष्‍प्रचार’ कर रही ईरान की तीन दर्जन से ज्‍यादा वेबसाइटों को जब्‍त कर लिया है। इन वेबसाइटों में ईरान की सरकारी मीडिया प्रेस टीवी की अंग्रेजी वेबसाइट, यमन के हूती विद्रोहियों का अल मसीराह सैटलाइट न्‍यूज चैनल और ईरान का सरकारी अरबी भाषा का टीवी चैनल अल-अलम शामिल है। इन वेबसाइटों पर जाने पर अमेरिका सरकार की ओर से अलर्ट आ रहा है। इस नोटिस में कहा गया है कि वेबसाइट के खिलाफ ऐक्‍शन कानून लागू करने की कार्रवाई का हिस्‍सा है। अमेरिका सरकार ने फलस्‍तीन टीवी न्‍यूज वेबसाइट के डोमेन नाम पर भी कब्‍जा कर लिया है। यह वेबसाइट गाजा में सक्रिय हमास और इस्‍लामिक ज‍िहाद की विचारधारा को पेश करती थी। इस वेबसाइट पर भी वही नोटिस आ रहा है। ‘वैश्विक दुष्‍प्रचार अभियान को चला रही थीं’पिछले साल अमेरिका के न्‍याय विभाग ने ऐलान किया था कि उसने ईरान के शक्तिशाली रिवोल्यूशनरी गार्ड की करीब 100 वेबसाइटों को बंद कर दिया है। अमेरिका ने कहा कि ये वेबाइटें खुद को असली न्‍यूज वेबसाइट बताती हैं लेकिन असल में वे ‘वैश्विक दुष्‍प्रचार अभियान’ को चला रही हैं। इनका मकसद अमेरिका की नीतियों को प्रभावित करना और ईरानी प्रोपेगैंडा का दुनियाभर में प्रसार करना है। अमेरिका ने यह कदम ईरान के राष्‍ट्रपति इब्राहिम के पदभार संभालने के कुछ ही द‍िन बाद उठाया है। रईसी पश्चिमी देशों के खिलाफ अपने रुख के लिए कुख्‍यात रहे हैं। रईसी का चुनाव ईरान के परमाणु समझौते की ओर वापसी की दिशा में बड़ा झटका माना जा रहा है। इस समझौते से वर्ष 2017 में तत्‍कालीन अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप पीछे हट गए थे। इसके बाद ईरान-अमेर‍िका के बीच संबंध लगातार खराब होते गए।