शहर की चकाचौंध से दूर रात के अंधेरे में काले आसमान को देखें तो सितारों के बीच कुछ और भी नजर आ सकता है- हमारी सबसे करीबी पड़ोसी ऐंड्रोमेडा गैलेक्सी। हमारी आकाशगंगा Milky Way से 25 लाख प्रकाशवर्ष दूर स्थित यह गैलेक्सी, जिसे M31 भी कहते हैं, बिना किसी इंस्ट्रुमेंट के सीधे आंखों से दिखाई देने वाला सबसे दूर स्थित स्पेस ऑब्जेक्ट है। यह कितनी विशाल है, इसका पता इस बात से लगता है कि इसमें एक ट्रिलियन यानी एक लाख करोड़ सितारे हैं और यह दो लाख प्रकाशवर्ष के डायमीटर में फैली है।कैसे हुई खोज?हमारी आकाशगंगा इससे 50 हजार प्रकाशवर्ष छोटी है और इसमें सितारे भी ऐंड्रोमेडा के एक चौथाई से थोड़े ही ज्यादा होंगे। यह गैलेक्सी 964 AD से इंसानों के सामने एक रहस्य बनी रही है। इसकी खोज का जिक्र पर्शियन ऐस्ट्रोनॉमर अब्द-अल रहमान अल-सूफी कि किताब ‘फिक्स्ड-स्टार्स’ (Fixed stars) में मिलता है जिसे उन्होंने ‘जन्नत का छोटा का बादल’ बताया है।1800 के बाद से समझा गया कि यह कुछ बेहद खास है। खासकर 1864 में ब्रिटेन के ऐस्ट्रोनॉमर सर विलियम हगिन्स ने पाया कि M31 से आने वाली रोशनी का स्पेक्ट्रा बेहद अलग था। इसके बाद हेबर कर्टिस ने ऐंड्रोमेडा में हो रहे सुपरनोवा विस्फोटों से आने वाली रोशनी के आधार पर कैलकुलेट किया कि यह हमसे 5 लाख प्रकाशवर्ष दूर है। इसका मतलब था कि यह हमारी आकाशगंगा में नहीं, बल्कि बाहर है।मिले कई सबूतऐंड्रोमेडा और ब्रह्मांड के विस्तार से जुड़ा सबसे अहम सबूत मिला फ्लैगस्टाफ की लोवेल ऑब्जर्वेटरी के ऐस्ट्रोनॉमर वेस्टो स्लाइफर को। उन्होंने Clark Telescope की मदद से पाया कि ऐंड्रोमेडा हमारी ओर तेजी से बढ़ रही है और तीन दूसरे ऐसे ही ‘ऑब्जेक्ट’ धरती से दूर जा रहे थे। इससे ये तो साबित हुआ ही कि यह हमारी आकाशगंगा से बाहर है, साथ ही ब्रह्मांड के विस्तार का पहला सबसे मजबूत सबूत भी मिला।मिल जाएंगी दोनोंऐंड्रोमेडा के Milky Way के करीब बढ़ने के साथ ही यह भी पाया गया कि जब दोनों आपस में टकराएंगी तो और बड़ा सितारा समूह पैदा होगा जिसे Milkomeda कहा जाएगा। यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के मुताबिक दो अरब साल में दोनों आकाशगंगाएं एक दूसरे में मिल जाएंगी और हमारी धरती, सूरज और पूरे सौर मंडल को नया घर मिल जाएगा। साल 2012 में ऐस्ट्रोनॉमर्स ने संभावना जताई थी कि इस टक्कर से हमारा सूरज गैलेक्सी के किसी और कोने में पहुंच जाएगा। यह बात अलग है कि इस टक्कर को देखने के लिए मानवजाति रहेगी, यह काफी हद तक नामुमिकन है।अद्भुत आकाश: हाथ बढ़ाकर छू लो Andromeda गैलेक्सी, ऐसी तस्वीर बनी है Photograph of The Yearअद्भुत आकाश: हाथ बढ़ाकर छू लो Andromeda गैलेक्सी, ऐसी तस्वीर बनी है Photograph of The Year