बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत में हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन से दूरी बना लेने के बाद ड्रैगन दुनियाभर के निशाने पर आ गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने तो खुलकर शी जिनपिंग को लेकर तंज कसा है। माना जा रहा है कि लद्दाख में सीमा पर तनाव और वैश्विक मंचों पर भारत की बढ़ती धमक से चिढ़कर यह फैसला लिया है। चौतरफा घिरे चीन के विदेश मंत्रालय ने अब इस पूरे मामले पर सफाई दी है। चीन ने कहा कि उसने भारत को जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी दिए जाने का समर्थन किया था। चीन ने कहा कि वह सभी पक्षों के साथ मिलकर जी20 सम्मेलन को सफल बनाने के लिए काम करने को तैयार है।चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए जी20 शिखर सम्मेलन एक बडा मंच है। चीन के लिए हमेशा से ही यह बेहद अहम रहा है और इससे जुडी हुई गतिविधियों में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया है। भारत के इस साल जी20 शिखर सम्मेलन आयोजन का समर्थन किया था। चीन सभी पक्षों के साथ काम करने को तैयार है ताकि जी 20 शिखर सम्मेलन सफल रहे।’ उन्होंने भारत और चीन के रिश्तों पर भी अपना रटा रटाया जवाब दोहराया।भारत ने तोड़ दिया चीन का घमंड! इस एक डर से चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने किया जी20 से किनाराभारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार: चीनचीनी प्रवक्ता ने कहा, ‘जहां तक भारत और चीन के बीच रिश्ते की है तो द्विपक्षीय संबंध कुल मिलाकर स्थिर बने हुए हैं। सभी स्तरों पर बातचीत और संपर्क बना हुआ है। हमारा मानना है कि चीन और भारत के बीच रिश्ते में सुधार और विकास दोनों देशों और दोनों की जनता के साझा हित में है। हम भारत के साथ दोनों देशों के रिश्ते में व्यापक विकास को बढावा देने के लिए साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं।’ बता दें कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस सप्ताह नयी दिल्ली में होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे और चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रधानमंत्री ली क्विंग करेंगे।चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि भारत सरकार के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री ली क्विंग नौ और 10 सितंबर को नयी दिल्ली में हो रहे 18वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। बाद में एक प्रेस वार्ता में, माओ ने भारत की मेजबानी में पहली बार आयोजित हो रहे इस शिखर सम्मेलन से शी की अनुपस्थिति का कोई कारण नहीं बताया। माओ ने जी20 शिखर सम्मेलन में शी के शामिल नहीं होने का कारण पूछे जाने पर कहा, ‘मैंने अभी ही यह घोषणा की है और मेरे पास जो कुछ सूचना थी, आपके साथ साझा किया है।’Li Qiang: कौन हैं ली कियांग, जो शी जिनपिंग की जगह जी20 शिखर सम्मेलन में करेंगे चीन का प्रतिनिधित्वबाइडन ने जिनपिंग के फैसले पर जताई निराशाअमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और ब्राजील के राष्ट्रपति लुईज इनासियो लूला डा सिल्वा उन नेताओं में शामिल हैं जो जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की पहले ही पुष्टि कर चुके हैं। इस बीच, बाइडन ने कहा कि वह इस बात से ‘निराश’ हैं कि उनके चीनी समकक्ष शी भारत में आगामी जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। बाइडन ने कहा, ‘मैं निराश हूं… लेकिन मैं उनसे मिलूंगा।’ बाइडन ने हालांकि यह नहीं बताया कि दोनों नेताओं के बीच यह बैठक कब होगी। शी और बाइडन आखिरी बार पिछले साल इंडोनेशिया में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में मिले थे।