रूस में दो महीने पहले जब वैगनर आर्मी के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने विद्रोह किया था, तभी से इस बात की वॉर्निंग दी जा रही थी कि अब उनका बचना मुश्किल है। विद्रोह के बाद वह बचे थे, लेकिन फिर भी उनेक भविष्य को लेकर चिंता जताई जा रही थी। दो महीने बाद अब वैगनर चीफ का प्लेन क्रैश हो गया। जिसमें उनकी मौत हो गई। इस हादसे में पुतिन या क्रेमलिन के हाथ का कोई सबूत नहीं है। हालांकि पुतिन के कई आलोचक नर्व गैस या खिड़कियों से गिर कर मर चुके हैं। आइए जानें ऐसे ही हादसों के बारे में।