अयोध्या: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ीं तैयारियों को अब फाइनल टच दिया जा रहा है। प्रस्तावित कार्यक्रम के मुताबिक, 21 से 24 जनवरी, 2024 के बीच पीएम नरेंद्र मोदी रामलला को भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापित कर देंगे। मंदिर ट्रस्ट का अनुमान है कि इस आयोजन में देश के कोने-कोने के अलावा विदेशों से भी करीब 5 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेगे। इनमें से करीब 50 हजार मंदिर ट्रस्ट के आमंत्रण पर आएंगे। मंदिर ट्रस्ट इन 50 हजार अतिथियों के रहने और खाने आदि की व्यवस्था में जुटा हुआ है।मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्र के मुताबिक, अयोध्या के मठ मंदिरों के अलावा कई स्थानों पर टेंट सिटी बसाने की व्यवस्था की जा रही है। अगले महीने तक व्यवस्था का प्रारूप फाइनल हो जाएगा। इतनी बड़ी संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के भोजन आदि की व्यवस्था के लिए मठ-मंदिरों में भंडारे के लिए महंतों से अनुरोध किया गया है। बड़ी संख्या मे एनजीओ भी भोजन और अन्य व्यवस्था में सहयोग करेंगे। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि संघ परिवार को व्यवस्था की प्रमुख जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। इसके लिए समितियां बनाई गई हैं जिनकी बैठकें हो रही हैं।जय श्री राम के जयकारे, राम जन्मभूमि पथ से प्रभु राम लला के दर्शनमंदिर ट्रस्ट और पुलिस विभाग के बीच हुई बैठकइसी सिलसिले में कमिश्नर गौरव दयाल की अध्यक्षता में बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों और पुलिस विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, डीएम नितीश कुमार, एसएसपी राजकरन अय्यर, मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य अनिल मिश्रा एवं अन्य पदाधिकारी गोपाल जी, विकास प्राधिकरण अयोध्या के सचिव सत्येन्द्र सिंह आदि ने हिस्सा लिया। बैठक में प्रशासन की तरफ से चलाए जा रहे निर्माण कार्यो की जानकारी दी गई। साथ ही राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के समय आने वाले यात्रियों, विशिष्ट अतिथियों के सुविधाओं आदि पर एक निश्चित कार्ययोजना के तहत कार्य करने पर मंथन किया गया।