अविश्वास प्रस्ताव पर 8 अगस्त से होगी बहस पीएम मोदी 10 अगस्त को देंगे जवाब

90 पर्सेंट सवाल नहीं सुनाभाजपा के एक सदस्य के सवाल पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि 90 पर्सेंट तो सवाल मुझे सुनाई नहीं दिया इन लोगों की वजह से। जो समाज का अंतिम व्यक्ति है, एड्स से पीड़ित है। ऐसे लोगों के बारे में बता रहे हैं तो विपक्ष के साथी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा का परिचय दे रहे हैं।दूसरे के माइक में हो-हो का शोरदोपहर 12 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो एक सदस्य ने निर्धारित सवाल की जगह मणिपुर पर कुछ कहना चाहा तो सभापति ने No कहकर उसे रोक दिया। प्रधानमंत्री को आना होगा, मणिपुर-मणिपुर… के नारे गूंजने लगे। जो सदस्य माइक के सामने अपनी बात रख रहे थे, विपक्ष के सदस्य उनके माइक के करीब जाकर हो-हो का शोर करने लगते। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। मणिपुर-मणिपुर का हो-हो वाला शोर बढ़ता गया।मिस्टर सुरजेवाला…इससे पहले सवा 11 बजे राज्यसभा के सभापति ने कहा कि मुझे सदन को यह बताते हुए दुख हो रहा है कि हमारे ऐक्शन से उच्च सदन की कार्यवाही पिछले आठ दिनों से ठीक तरह से नहीं चली। वह भी उस मुद्दे पर, जिस पर मैंने 20 जुलाई को ही रूलिंग दे दी थी। मणिपुर के मुद्दे पर रूल 176 के तहत संक्षिप्त चर्चा स्वीकार की गई लेकिन कल चर्चा बाधित हो गई। कल मैंने सदन के नेताओं से बात की है कि ढाई घंटे का समय मणिपुर पर चर्चा के लिए दिया जा सकता है। जगदीप धनखड़ ने कहा कि विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री के बयान देने पर लगातार जोर देने की बात संवैधानिक रूप से ठीक नहीं है। सरकार और कार्यपालिका की विधायिका के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी बनती है। इस पर विपक्ष के सदस्य हंगामा करने लगे। प्रधानमंत्री सदन में आओ… के नारे गूंजने लगे।सभापति खड़े हो गए। उन्होंने सदस्यों से बैठने के लिए कहा। धनखड़ ने कहा, ‘2014 में सीताराम येचुरी ने भी यही मुद्दा उठाया था कि प्रधानमंत्री को जवाब देने के लिए सदन में मौजूद रहना चाहिए… मैं सदस्यों से आग्रह करता हूं कि अपनी मांग पर फिर से विचार करें। हंगामा न करें।’ शोर बढ़ने पर उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि मिस्टर हुड्डा अपनी सीट पर जाइए। मिस्टर रणदीप सुरजेवाला, आपकी ड्रेस अच्छी है। सबने देख लिया है। अब प्लीज बैठ जाइए।हरियाणा जल रहा सर राज्यसभा में गूंजाराज्यसभा के सभापति धनखड़ ने कहा कि मणिपुर पर आज 60 नोटिस मिले हैं, जो मेरे 20 जुलाई के डायरेक्शन के तहत नहीं हैं। ऐसे में इन नोटिसों को खारिज किया जाता है। इस दौरान विपक्ष के कई सदस्यों ने जोर-जोर से कहा, ‘हरियाणा जल रहा है, चर्चा कब होगी सर।’ कई सदस्यों ने एक साथ कहना शुरू कर दिया इसलिए बातें सुनाई नहीं दीं। प्रधानमंत्री सदन में आओ… के नारे तेज हो गए। धनखड़ खड़े हो गए। विपक्षी सदस्य शांत नहीं हुए तो सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।उधर, लोकसभा में विपक्षी सांसद मणिपुर पर चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे, तभी बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा कि नूंह जल रहा है, हरियाणा जल रहा है।