नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव (No Trust Motion) को स्पीकर ने स्वीकार कर लिया है। अब माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस मौके का फायदा कांग्रेस पर निशाना साधने के लिए करेगी। भगवा दल ने विपक्ष के हथियार से ही उसको मात देने की पूरी तैयारी कर चुकी है। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके जरिए बीजेपी विपक्ष के खिलाफ हमलावर रुख अपनाने की तैयारी में है। गौरतलब है कि मणिपुर मुद्दे को लेकर विपक्ष मॉनसून सत्र के शुरू होने के बाद से ही दोनों सदनों की कार्यवाही नहीं चलने दे रही है।अविश्वास प्रस्ताव के बहाने अब बीजेपी मोदी बनाम ऑल से लेकर वंशवादी राजनीति जैसे मुद्दों पर विपक्ष को घेरने की तैयारी में है। पीएम नरेंद्र मोदी खुद भी विपक्ष पर हमले की मंशा जता चुके हैं। ITPO कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के मौके पर पीएम ने विपक्षी खेमे को लेकर अपनी बातों के जरिए मंशा जाहिर कर दी है।NDA खेमे का नंबर गेम समझिएNDAसीटबीजेपी301शिवसेना (शिंदे)13LJSP6निर्दलीय3अपना दल (सोनेलाल)2NCP1AJSU1AIADMK1मिजो नेशनल फ्रंट1नगा पीपुल्स फ्रंट1नेशनल पीपुल्स पार्टी1NDPP1RLP1सिक्कम क्रांतिकारी मोर्चा1कुल334खास बात ये है कि मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर पीएम मोदी के बयान की मांग को लेकर संसद नहीं चलने दे रहे हैं। स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव, कई घटनाओं पर पीएम मोदी सदन में जवाब दे सकते हैं। गौरतलब है कि 2014 के बाद से मोदी सरकार दूसरी बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने वाली है। पहला अविश्वास प्रस्ताव 20 जुलाई 2018 को आया था। इस अविश्वास प्रस्ताव में एनडीए गठबंधन ने 325-126 के मार्जिन से जीत दर्ज की थी।लोकसभा का नंबर गेम समझिएलोकसभा में इस वक्त 543 सीटें हैं, जिसमें पांच सीटें खाली हैं। बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए के पास 330 सांसद हैं। विपक्ष के पास 140 सांसद हैं। जबकि 60 सांसद किसी भी पक्ष से नहीं जुड़े हैं। विपक्ष को इस बार भी झटका लगना तय है, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), YSR कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन नहीं करने का फैसला किया है।2023 में अविश्वास लाने की तैयारी करो… PM मोदी ने 2019 में ही कर दी थी भविष्यवाणीविपक्ष का नंबर गेमI.N.D.I.A.सीटकांग्रेस50DMK24AITC23जेडीयू16शिवसेना (उद्धव गुट)6NCP4CPM3IUML3NC3SP3CPI2AAP1JMM1KC (M)1RSP1VCK1कुल142YSRCP-BSP का नंबर जानिएYSR कांग्रेस के पास लोकसभा में 22 सांसद है जबकि बीएसपी के 10 सांसद हैं। नवीन पटनायक के नेतृत्व वाला बीजेडी ने अभी अविश्वास प्रस्ताव पर कोई फैसला नहीं किया है। पिछले बार के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान बीजेपी ने सदन से वॉकआउट किया था।तटस्थ दलअन्यसीटYSRCP22BJD12BSP9TRS9TDP3AIMM2SAD2AIUDF1जनता दल (S)1SAD (मान)2कुल62के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाला भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के लोकसभा में 9 सांसद हैं। ये पार्टी ने तो I.N.D.I.A. का हिस्सा है और न ही एनडीए का। हालांकि, पार्टी ने भी अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में दिया है।सरकार की है पूरी तैयारीविपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पूछे गए सवाल पर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी जनता का पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी में भरोसा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने पिछली बार भी ऐसा किया था और जनता ने उनको सबक सिखाया था और इसबार भी ऐसा ही होगा। कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अविश्वास प्रस्ताव पर जल्द चर्चा कराने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर गुरुवार को ही बहस होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकसभा का नियम 198A कहता है कि स्पीकर अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए 10 दिन के अंदर फैसला कर सकता है। परंपरा ये है कि एकबार अविश्वास प्रस्ताव के स्वीकार हो जाने के बाद सदन में सभी कार्यवाही सस्पेंड कर दी जाती है। ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव पर गुरुवार को ही चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी अविश्वास प्रस्ताव पर विस्तार से जवाब दें।कांग्रेस सांसद मानिकम टैगोर ने कहा कि विपक्ष का इंडिया गठबंधन एकजुट है और यही इस गठबंधन का आइडिया था। हमें लगता है कि इस अस्त्र का प्रयोग सरकार के घमंड को तोड़ने के लिए किया जाए और पीएम मोदी को मणिपुर के मु्द्दे पर बोलने को मजबूर किया जाए।इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के उपनेता गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए इजाजत मांगी थी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में सांसदों से राय मांगी और फिर इसे स्वीकार कर लिया। विपक्ष की तरफ से कांग्रेस संसदीय दल की मुखिया सोनिया गांधी, नेशनल कॉन्फ्रेंस मुखिया फारूक अब्दुल्ला, डीएमके के टीआर बालू, एनसीपी की सुप्रिया सुले ने खड़े होकर अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके बाद बिरला ने अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया।