नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी बाइडन दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने फ्रीडम, लोकतंत्र, मानवाधिकार, प्लूरिज्म के मूल्यों पर जोर दिए जाने की जरूरत कही है। यह दोनों देशों के नागरिकों के लिए बेहद अहम हैं। दोनों नेताओं ने इस पर सहमति जताई है कि अमेरिका और भारत की रणनीतिक पार्टनरशिप को सारे महत्व के बिंदुओं पर और आगे ले जाने की जरूरत है। मोदी-बाइडन के बीच G20 सम्मेलन शुरू होने से ठीक पहले शुक्रवार देर शाम द्विपक्षीय मीटिंग हुई। इस मीटिंग में अगले साल क्वॉड की मीटिंग दिल्ली में होने पर सहमति हुई। इसका मतलब हुआ कि अगले साल की शुरूआत में बाइडन दोबारा दिल्ली आ सकते हैं। मालूम हो कि भारत, अमेरिका के अलावा इस समूह में जापान और ऑस्ट्रेलिया भी है। सूत्रों के अनुसार, अगले साल गणतंत्र दिवस पर बाइडन चीफ गेस्ट हो सकते हैं।अहम डील्स पर बनी बातदोनों देशों के बीच इस बातचीत में अहम डिफेंस और एजुकेशन डील हुई। बाइडन से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का स्वागत करके खुशी हुई और उनकी मुलाकात बहुत सार्थक रही। दोनों की कई विषयों पर चर्चा की जिससे भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक और लोगों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाएंगे। दोनों देशों के बीच की दोस्ती दुनिया की भलाई को आगे बढ़ाने में एक महान भूमिका निभाती रहेगी। लगभग एक घंअे की मीटिंग के बाद जारी बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति बाइडन ने भारत की G20 अध्यक्षता की तारीफ की।इनमें सुधार बेहद जरूरीदोनों देशों ने इस बात पर सहमति जताई हैं कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट लक्ष्य, देशों के आपसी सहयोग और बहुपक्षीय संस्थाओं में सुधार बेहद जरूरी है। दोनों नेताओं ने अमेरिकी भारत कमर्शल डायलॉग में इनोवेशन हैंडशेक का भी स्वागत किया। इसमे स्टार्ट अप्स, कॉर्पोरेट इनवेस्टमेंट डिपार्टमेंट और दोनों देशों के सरकारी अधिकारियों के बीच कनेक्शन स्थापित किए जाने पर ध्यान देने की बात है।UN स्थायी सदस्यता पर समर्थन: यूएसराष्ट्रपति बाइडन ने एक बार फिर UN सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता को अपना समर्थन भी दिया है। दोनों देश इस बात पर भी सहमत हुए कि साल 2030 तक डिजिटल जेंडर डिवाइड को आधा कर दिया जाएग, ऐसा महिलाओं को डिजिटल इकॉनमी इनिशिएटिव में सपोर्ट कर किया जाएगा।चंद्रयान-3 पर बाइडन ने दी बधाईबाइडन ने पीएम मोदी को चंद्रयान-3 और आदित्य L-1 मिशन की सफलता पर बधाई दी और इसे स्पेस टेक्नॉलजी की दुनिया में बड़ा कदम कहा। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की मीटिंग में 2024 में इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन बनाने और संयुक्त रूप से ह्यूमन स्पेस फ्लाइट में फ्रेमवर्क बनाने पर सहमति की।एयरपोर्ट से सीधे मीटिंग के लिए आए बाइडनप्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के बीच ऐसे समय मीटिंग हुई जब दोनों देशों के बीच डिफेंस डील को लेकर उत्सुकता बनी हुई है। पीएम मोदी के पिछले अमेरिकी दौरे में इस पर विस्तार से बातचीत हुई थी और डील के आगे बढ़ने की बात कही गई थी। बाइडन देर शाम दिल्ली आने के बाद सीधे मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे जहां दोनों नेताओं के बीच एक घंटे की मुलाकात हुई। इसके बाद बाइडन सीधे अपने होटल गए। उनकी पत्नी को कोविड होने के कारण वह पहले से तय कार्यक्रम से कुछ देर से भारत आए। उनके साथ उनकी पत्नी नहीं आई हैं। बाइडन 10 सितंबर को मीटिंग के तुरंत बाद वियतनाम के दौरे पर निकल जाएंगे। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की इस साल चौथी मुलाकात है।