नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र में सोमवार को भी हंगामा देखने को मिला और इस वजह से आज की कार्यवाही बाधित हुई। 20 जुलाई से लगातार संसद की कार्यवाही बाधित है। मणिपुर के मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों अड़े हैं। वहीं विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A पर तंज कसते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आप ‘इंडिया’ होने का दावा करते हैं और आप राष्ट्रीय हित के मुद्दे को सुनने को तैयार नहीं हैं। आप किस तरह के इंडिया हैं।एस जयशंकर ने कहा कि राजनीति करिए कोई दिक्कत नहीं है लेकिन देश के मुद्दों को सुना जाना चाहिए। एस जयशंकर ने विपक्षी दलों के संसद के भीतर जारी विरोध पर यह बातें कहीं। हंगामे के चलते एक बार फिर सोमवार लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सरकार और सत्ता पक्ष के बीच सदन के भीतर लगातार मणिपुर मामले को लेकर गतिरोध बना हुआ है।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एक दिन पहले रविवार को कहा कि हर गंभीर मुद्दे पर राज्य विधानसभाओं और संसद में चर्चा होनी चाहिए लेकिन कोई व्यवधान नहीं होना चाहिए क्योंकि लोगों को लोकतंत्र के इन मंदिरों से बहुत उम्मीदें हैं। बिरला की टिप्पणी मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में जारी गतिरोध की पृष्ठभूमि में आई ।कार्यवाही बाधित करने पर भड़ उठे पीयूष गोयल, पूछा-क्या छिपा रहे होकांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि सरकार लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा नहीं करा रही है जो संसद का अपमान है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह भी कहा कि सरकार को सबसे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सत्तापक्ष के सांसदों को भी हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करना चाहिए और वहां की जमीनी स्थिति को समझना चाहिए।