आमी, नेवी, एयरफोर्स… तीनों की एक-एक कमांड होगी कम, समझ‍िए कैसा होगा थिएटर कमांड का ढांचा – theatre command in india army navy and air force to shed one command each

नई दिल्ली: भारतीय सशस्त्र सेना (इंडियन आर्म्ड फोर्सेस) में सबसे बड़े बदलाव की प्रक्रिया के तहत इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड बनाने का काम चल रहा है। आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की अलग अलग कमांड को मिलकर तीन थिएटर कमांड बननी हैं। सूत्रों के मुताबिक थिएटर कमांड बनने पर आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की मौजूदा एक-एक कमांड खत्म हो जाएगी। बाकी कमांड सीधे थिएटर कमांड के तहत आएंगी। सभी थिएटर कमांडर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) को रिपोर्ट करेंगे। यह इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के जरिए सीडीएस के तहत आएंगे। इसलिए इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) हेडक्वॉर्टर में भी कई बदलाव किए जाने की दिशा में काम हो रहा है। ताकि आईडीएस ऑपरेशंस पर ज्यादा फोकस कर सके। अभी इंडियन आर्मी की 7, एयरफोर्स की 7 और नेवी की 3 कमांड हैं। सूत्रों के मुताबिक थिएटर कमांड के जिस ढांचे पर काम हो रहा है उसके तहत तीनों की एक एक कमांड कम हो जाएंगी। यानी एक -एक कमांडर कम हो जाएंगे। जैसे आर्मी की 6 कमांडर पोजिशन रह जाएंगी। इसी तरह एयरफोर्स की भी 6 और नेवी की 2 कमांडर पोजिशन रह जाएंगी।कहां-कहां बनेगी थिएटर कमांडकुल तीन थिएटर कमांड बननी हैं। एक पाकिस्तान बॉर्डर के अपोजिट एक चीन बॉर्डर के अपोजिट और एक मेरीटाइम कमांड। सूत्रों के मुताबिक एक थिएटर कमांड जयपुर में और दूसरी कमांड लखनऊ में बनाने की तैयारी है। जयपुर वाली थिएटर कमांड पाकिस्तान बॉर्डर को देखेगी और लखनऊ वाली थिएटर कमांड चीन बॉर्डर को देखेगी। जयपुर में अभी आर्मी की साउथ वेस्टर्न कमांड का हेडक्वॉर्टर है। लखनऊ में आर्मी की सेंट्रल कमांड का हेडक्वॉर्टर है। सूत्रों का कहना है कि इनमें से एक कमांड खत्म होगी। साउथ वेस्टर्न कमांड के खत्म होने की ज्यादा संभावना बताई जा रही है। अभी साउथ वेस्टर्न कमांड जिस इलाके जिम्मेदारी देखती है उसे आर्मी की वेस्टर्न कमांड और सदर्न कमांड के बीच बांटा जा सकता है।बेहतर तालमेल और संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल के लिए थिएटर कमांड की जरूरत काफी वक्त से बताई जा रही है। करगिल युद्ध के बाद करगिल रिव्यू कमिटी ने भी सीडीएस का पद बनाने के साथ ही थिएटर कमांड बनाने की सिफारिश की थी।अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, चीन में भी थिएटर कमांड हैं।