दिल्ली में बैठे मोदी उन्हें सुन रहे थेभाजपा के नेताओं ने पिछले लोकसभा चुनाव में ‘आएंगे तो मोदी ही’ का नारा खूब उछाला था। इस बार नवीन पटनायक अभी से यह संकेत देने लगे हैं। मौका था पुरी-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस को रवाना करने का। नवीन बाबू ने पीएम मोदी से पुरी-राउरकेला और भुवनेश्वर-हैदराबाद के बीच ऐसी दो ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया। दिल्ली में बैठे पीएम मोदी उन्हें बड़े ध्यान से लाइव सुन रहे थे। पटनायक ने बताया कि हाल में उन्होंने प्रधानमंत्री से मिलकर पुरी में प्रस्तावित श्री जगन्नाथ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विस्तृत चर्चा की है। इसके बाद उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री के सहयोग और समर्थन से यह हवाई अड्डा 3-4 साल के भीतर तैयार हो जाएगा और माननीय प्रधानमंत्री इसे राष्ट्र को समर्पित करने के लिए ‘श्रीक्षेत्र’ (पुरी) आएंगे।’ बस फिर क्या था, यह बात सियासी गलियारों में तूफान बनकर उड़ गई।इसी महीने मोदी से मिले थे सीएम नवीनयह बयान बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने की कोशिशों के लिए बड़ा झटका है। कांग्रेस, जेडीयू, TMC जैसी पार्टियां ऐंटी-बीजेपी मोर्चा बनाने में जुटी हैं। नवीन पटनायक का बयान इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के बाद से विपक्षी दल जोश में हैं। पिछले दिनों बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अलग-अलग नवीन बाबू से मुलाकात भी की थी। इस पहल को कम बोलने वाले नवीन बाबू का मूड भांपने और विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देखा गया था।हालांकि 11 मई को प्रधानमंत्री मोदी और पटनायक की मुलाकात के बाद ही काफी कुछ साफ हो गया। सीएम एयरपोर्ट प्रोजेक्ट पर बात करने गए थे लेकिन जल्द ही उन्होंने घोषणा कर दी कि वह किसी भी तीसरे मोर्चे में शामिल नहीं होंगे और उनकी पार्टी बीजेडी 2024 का आम चुनाव अकेले लड़ेगी।