जी-20 की बैठक में कहीं डोनाल्ड ट्रंप के दौरे जैसी न हो साजिश, दिल्ली पुलिस की फिजा बिगाड़ने वालों पर सख्त नजर – g 20 summit delhi police will take action anybody who create problems

नई दिल्ली: भारत में जी-20 समिट के दौरान दुनिया के पावरफुल देशों के राष्ट्र प्रमुखों और डेलिगेट्स का ध्यान खींचने के लिए कोई फिजा बिगाड़ने की कोशिश ना हो, इसे लेकर दिल्ली पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है। लोकल पुलिस सांप्रदायिक माहौल, देश विरोधी पोस्टरबाजी और अपने इलाके में आने वाले हर शख्स पर कड़ी निगरानी रख रही है। सांप्रदायिक फिजा बिगड़ने का कोई मामला सामने आ भी रहा है तो आला अफसर एक्शन लेकर खुद इसे संभाल रहे हैं, ताकि मुद्दा मीडिया या सोशल मीडिया पर ना गरमाए।सूत्रों ने बताया कि फरवरी 2020 में अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भारत दौरे पर आने वाले थे। इसी दौरान 23 से 25 फरवरी को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में दंगे भड़क गए थे। दंगों की जांच के बाद पुलिस ने खुलासा किया था कि ट्रंप के भारत आगमन पर पूरी दुनिया का ध्यान खींचने के लिए इन दंगों की साजिश रची गई थी।जी-20 की तैयारियों के बीच रविवार को चार मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर खालिस्तान समर्थक नारे लिखे गए। नारेबाजी के विडियो भी वायरल हुए थे। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और वो आरोपियों की तलाश में जुटी है। आला अफसरों ने सभी थानों के एसएचओ को ऐसे नारे लिखने या पोस्टर लगाने वालों पर कड़ी निगराने रखने के ऑर्डर दिए गए हैं। जी-20 समिट के दौरान माहौल नहीं बिगड़ने देने की सख्त हिदायत दी गई है।जीटीबी एनक्लेव इलाके में 20 अगस्त को दो समुदायों में विवाद हो गया। आला अफसर थाने पहुंचे। हेडक्वॉर्टर लेवल पर हालात बताए गए, जिसके बाद केस दर्ज हुआ। देर रात छापेमारी कर एक शख्स को अरेस्ट किया गया। दूसरे पक्ष की तरफ से अगले दिन थाने का घेराव का मेसेज वायरल हुआ तो पुलिस अलर्ट हुई। अफसरों ने उस समुदाय के नेताओं से जी-20 के मद्देनजर माहौल खराब होने की आशंका जताई। इसके बाद प्रदर्शन के कॉल को वापस लिया गया। इसी तरह गांधी नगर इलाके के एक स्कूल के 9वीं के स्टूडेंट्स ने 25 अगस्त को महिला टीचर पर धार्मिक टिप्पणी का आरोप लगाया तो पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।वेरिफिकेशन पर है जोरपुलिस अफसरों ने बताया कि 15 अगस्त और 26 जनवरी की तरह किराएदारों और नौकरों का वेरिफिकेशन के अलावा होटलों में आने वाले गेस्टों को चेक करने का अभियान चल रहा है। सभी होटलों को अपने यहां आने वाले हर गेस्ट की आईडी चेक करने और संदिग्ध लगने पर पुलिस को बताने की हिदायत दी गई है। संवेदनशील इलाकों में जल्द ही समाज के मौजूं लोगों की मीटिंग भी कराई जाएंगी।