नई दिल्ली: मुंबई में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की तीसरी बैठक होने वाली है। दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया अरविंद केजरीवाल इस बैठक में हिस्सा लेंगे। उन्होंने इस बारे में साफ ऐलान किया है। केजरीवाल की यह घोषणा कई मायनों में अहम है। दिल्ली की लोकसभा सीटों पर बयानबाजी के बाद हाल में AAP और कांग्रेस में तलवारें खिंच गई थीं। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए कांग्रेस ने बीते दिनों बैठक बुलाई थी। इसमें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व शामिल हुआ था। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने बैठक के बाद कहा था कि दिल्ली की सभी सात सीटों पर तैयारी को कहा गया है। इस बात से AAP नाराज हो गई थी। दिल्ली में झगड़े और धमकी के बावजूद केजरीवाल के विपक्षी गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने से एक सवाल खड़ा हो गया है। वह यह है कि विपक्षी खेमे में रहना AAP के लिए जरूरी है या फिर मजबूरी?अलका लांबा ने कहा था, ‘गठबंधन पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन, हमें सभी सात सीटों पर तैयारी करने के लिए कहा गया है। हम सभी सात सीटों पर खुद को तैयार करने के बाद मजबूती से लोगों के पास जाएंगे।’ AAP ने पलटवार करते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ना चाहती है तो मुंबई में I.N.D.I.A गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है।अलका लांबा के बयान से कांग्रेस ने किया किनारा, क्या नफे-नुकसान का गणित है असली वजह?केजरीवाल ने कहा है जाएंगे मुंबईAAP बैठक में हिस्सा लेगी या नहीं? इस सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा है, ‘हम मुंबई जाएंगे। आपको अपनी रणनीति के बारे में बताएंगे।’ कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने शुक्रवार को आप पर ‘उछल-कूदकर काम करने’ का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि अलका लांबा के बयान का आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के फैसले से कोई लेना-देना नहीं है।दीक्षित ने कहा था, ‘इस मामले में AAP के उछलने के दो कारण हो सकते हैं। एक तो यह कि उन्हें अमित शाह के भाषण से संकेत मिला होगा जहां उन्होंने कहा था कि ‘AAP I.N.D.I.A छोड़ देगी’ और वे अक्सर बीजेपी की बात सुनते हैं। दूसरा, AAP वह पार्टी बनने का मौका नहीं चूकना चाहती हो जिसके बारे में बात की जाती है।’ उन्होंने दावा किया था कि गठबंधन पर कोई विवाद नहीं है। आप का बयान या तो ब्लैकमेल करने या खबरों में बने रहने की रणनीति है। संदीप दीक्षित ने बोले थे कि 543 सीटें हैं। कोई भी अन्य दल गठबंधन के बारे में इस तरह की बात नहीं कर रहा है। यूपी में समाजवादी पार्टी को बहुत बड़ा असर होने वाला है। गठबंधन पर कोई विवाद नहीं है।कांग्रेस-AAP में कैसे होगा मेल? राहुल-खरगे की मौजूदगी में 3 घंटे तक चली बैठक, दिल्ली में ‘पंजे’ की स्ट्रैटेजी से I.N.D.I.A. में खलबलीदीक्षित ने कहा था, ‘राजनीतिक रूप से हम AAP से बिल्कुल अलग हैं। लेकिन, वे खुद को बदलते हैं और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के अनुरूप बनते हैं, तो हम उनका समर्थन करेंगे। गठबंधन का निर्णय केंद्रीय नेतृत्व की ओर से लिया जाएगा।’मुंबई में होनी है दो दिवसीय बैठकमुंबई में I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को होनी है। सूत्रों के मुताबिक, इसी दौरान गठबंधन के लोगो का अनावरण किया जा सकता है। देश की वित्तीय राजधानी में होने वाली बैठक में 26 से ज्यादा राजनीतिक दलों के लगभग 80 नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। सूत्रों ने कहा है कि वर्तमान में 26 दल समूह का हिस्सा हैं। दो दिवसीय बैठक के दौरान कुछ और दल गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। इस विपक्षी गुट की पहली बैठक जून में पटना और दूसरी पिछले महीने बेंगलुरु में हुई थी।