14 अगस्त को किया था लॉन्चभारत ने 14 जुलाई को एलवीएम3 रॉकेट के जरिए 600 करोड़ रुपये की लागत वाले अपने तीसरे चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ का प्रक्षेपण किया था। चंद्रयान-3 ने 14 जुलाई को प्रक्षेपण के बाद 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। प्रोपल्शन और लैंडर मॉड्यूल को अलग करने की कवायद से पहले इसे चंद्रमा की कक्षा में नीचे लाने की प्रक्रिया पूरी की गई, ताकि यह चंद्रमा की सतह के नजदीक आ सके।कब : आज शाम 6:04 परकहां : चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में लैंडिंगसीधा प्रसारण : शाम 5:20 से शुरू होगा।कहां देखें : इसरो की वेबसाइट, यूट्यूब चैनल पर।चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर टिकी सबकी निगाहेंइसरो के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्र मिशन के तहत चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल की बुधवार शाम 6:04 पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी। इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बनकर इतिहास रच देगा। भारत अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। चंद्रमा की सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन सॉफ्ट लैंडिंग कर चुके हैं लेकिन यह दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में नहीं हुई है। सॉफ्ट-लैंडिंग की इस अहम प्रक्रिया को इसरो अधिकारियों ने ‘17 मिनट का खौफ’ करार दिया है। लैंडर को अपने इंजन को सही वक्त और सही ऊंचाई पर चालू करना होगा, उसे सही मात्रा में ईंधन का इस्तेमाल करना होगा और फिर नीचे उतरने से पहले यह पता लगाना होगा कि किसी प्रकार की रुकावट या पहाड़ी क्षेत्र या गड्ढा न हो। इससे पहले चंद्रयान 2 सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान ही क्रैश हो गया था।इधर प्रग्नानंदा कर रहे कमालएक तरफ जहां चंद्रयान-3 का प्रज्ञान चांद की सतह पर कदम रखेगा, वहीं दूसरी ओर भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रग्नानंदा वर्ल्ड नंबर वन मैग्नस कार्लसन से भिड़ेंगे। मंगलवार को दोनों के बीच फिडे चेस वर्ल्ड कप के फाइनल की पहली बाजी ड्रॉ रही। क्लासिकल फॉर्मेट के गेम में प्रग्नानंदा सफेद मोहरों से खेले। प्रग्ना ने अपने से अधिक अनुभवी और काफी बेहतर रेटिंग वाले कार्लसन के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन किया। पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन 32 साल के कार्लसन ने प्रग्ना को मिडल गेम में घेरने की कोशिश की। हालांकि, 35 चाल के बाद प्रग्ना ने उन्हें ड्रॉ के लिए राजी कर लिया। खिताबी मुकाबले में दो क्लासिकल बाजियां खेली जानी हैं। अब आज इसी फॉर्मेट में कार्लसन सफेद मोहरों से खेलेंगे। अगर यह मुकाबला भी ड्रॉ हो गया तो फिर गुरुवार को टाईब्रेकर में 25-25 मिनट की दो बाजियां खेली जाएंगी। फैसला नहीं होने पर 10-10 मिनट की दो बाजियां फिर होंगी।