ब्रिक्स के छह नए देशों में सिर्फ इथियोपिया ही हमारा सामरिक साझेदार नहीं, जानिए कैसा है उसका भारत के साथ संबंध – only ethiopia is not he strategic partner of india in 6 new entrants of brics know about india ethiopia relation

नई दिल्ली: अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और यूएई अब ब्रिक्स का हिस्सा हो गए हैं। इनमें सिर्फ इथियोपिया ही है जिसका भारत के साथ सामरिक साझेदारी नहीं है। हालांकि, भारत और इथियोपिया के संबंध प्राचीन काल से ही घनिष्ठ रहे हैं। दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संबंध हैं। भारत इथियोपिया का प्रमुख व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच सहयोग के कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। आइए भारत और इथियोपिया के संबंधों पर एक नजर डालते हैं।ऐतिहासिक संबंधभारत और इथियोपिया के बीच संबंधों का इतिहास प्राचीन काल से चला आ रहा है। भारत और इथियोपिया के संबंध लगभग 2000 वर्ष पुराने हैं और यह संबंध व्यापार, सांस्कृतिक और शिक्षा के क्षेत्र में हैं। इथियोपिया के सबसे पुराने धार्मिक ग्रंथों में से एक केब्रा नेगास्ट में भारत का उल्लेख है। यहां तक कि इथियोपिया के सम्राटों को कभी-कभी ‘हिन्दू राजा’ कहा जाता था। 16वीं शताब्दी में पुर्तगालियों ने इथियोपिया पर आक्रमण किया। उस समय इथियोपिया की मदद के लिए भारत से दूतों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा गया। इसने पुर्तगालियों को हराने में इथियोपिया की मदद की।भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की इसी वर्ष की रिपोर्ट ‘भारत और इथियोपिया के संबंध’ में कहा गया है, ’16वीं शताब्दी में, पुर्तगालियों ने इथियोपिया पर आक्रमण किया। इथियोपिया के सम्राट सेल्ससी प्रथम ने भारत से मदद मांगी। भारत ने इथियोपिया की मदद के लिए दूत भेजे। दूतों के प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व कालीकट के शासक आदित्य वर्मा प्रथम ने किया। आदित्य वर्मा प्रथम ने पुर्तगालियों को हराने में इथियोपिया की मदद की।’ डेविड ब्राउन की वर्ष 2008 में आई पुस्तक ‘इथियोपिया का इतिहास’ में भी इसकी पुष्टि की गई है। तीन सदी बाद 19वीं शताब्दी में इथियोपिया को यूरोपीय उपनिवेशवाद का सामना करना पड़ा। उस समय, भारत ने इथियोपिया को अपना समर्थन दिया। भारत ने इथियोपिया को आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान की।पश्चिमी देशों के दबदबे का मुकाबला करेगा ब्रिक्स का विस्तार, कूटनीति का कमाल देखिए- अमेरिका के खिलाफ भारत-चीन साथसांस्कृतिक संबंधभारत और इथियोपिया के बीच सांस्कृतिक संबंध भी बहुत मजबूत हैं। दोनों देशों के बीच कई समानताएं हैं, जैसे कि धर्म, भाषा और कला। इथियोपिया में कई हिंदू और बौद्ध मंदिर हैं। इथियोपियाई भाषाओं में कई भारतीय शब्दों का भी इस्तेमाल होता है। इयोपिया एक बहु-धार्मिक देश है, जिसमें ईसाई, इस्लाम और यहूदी धर्म के अनुयायी रहते हैं। भारत भी एक बहु-धार्मिक देश है, जिसमें हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध और जैन धर्म के अनुयायी रहते हैं। इथियोपिया के अधिकांश लोग ईसाई हैं, जिनमें से अधिकांश इथियोपियन ऑर्थोडॉक्स चर्च के सदस्य हैं। इथियोपियन ऑर्थोडॉक्स चर्च एक प्राचीन चर्च है, जिसका इतिहास 4वीं शताब्दी से चला आ रहा है। यह चर्च भारत के पूर्वी चर्च के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है। इथियोपिया में कई हिंदू और बौद्ध मंदिर भी हैं। इन मंदिरों के निर्माण में भारतीय कारीगरों और कलाकारों ने योगदान दिया है।इथियोपिया की राष्ट्रीय भाषा अम्हारिक है। अम्हारिक भाषा में कई भारतीय शब्दों का इस्तेमाल होता है। इन शब्दों का इस्तेमाल अम्हारिक भाषा में लंबे समय से किया जा रहा है, जो दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों की ओर संकेत करता है। इथियोपियाई कला में भारतीय कला के प्रभाव भी देखे जा सकते हैं। इथियोपियाई कला में अक्सर हिंदू और बौद्ध देवताओं और देवी-देवताओं को चित्रित किया जाता है। इथियोपियाई कला में भारतीय कला के अन्य प्रभावों में चित्रकला, मूर्तिकला और संगीत शामिल हैं। भारत और इथियोपिया के बीच सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए, दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में प्रदर्शन कला, कला प्रदर्शनी और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया जाता है।व्यापारिक संबंधभारत के लिए इथियोपिया, अफ्रीका में एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है। 2021-22 में, भारत और इथियोपिया के बीच कुल 2.1 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। भारत इथियोपिया को कृषि उत्पाद, मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात करता है। इथियोपिया भारत को तेल, कच्चा माल और कपड़ा निर्यात करता है। भारतीय निवेशकों ने इथियोपिया में कृषि, टेक्सटाइल, और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश किया है।भारत या चीन, ब्रिक्‍स के विस्‍तार से किसे होगा फायदा, शी जिनपिंग ने चली है पाकिस्‍तान वाली चाल? समझेंसामरिक संबंधभारत और इथियोपिया के बीच सामरिक संबंध हाल के वर्षों में मजबूत हुए हैं। दोनों देश आतंकवाद और समुद्री डकैती जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। भारत इथियोपिया को सैन्य सहायता भी प्रदान करता है। राजनीतिक स्तर पर दोनों देशों ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर एक-दूसरे का समर्थन किया है। इनमें यूनाइटेड नेशन्स और अफ्रीकन यूनियन जैसे मंच भी शामिल हैं।सहयोग के अन्य क्षेत्रभारत और इथियोपिया के बीच सहयोग के कई अन्य क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यटन और बुनियादी ढांचा शामिल हैं। भारत इथियोपिया में कई शैक्षणिक संस्थानों, अस्पतालों और कृषि परियोजनाओं को वित्त पोषित करता है। भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (ITEC) के अंतर्गत, भारत ने इथियोपिया को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया है।पीएम मोदी ने ‘भाई’ के लिए ब्रिक्‍स में उठाया ऐसा कदम, खुश हो गया यह मुस्लिम देश, बोला- थैंक्यू इंडियाभविष्य की संभावनाएंभारत और इथियोपिया के संबंधों के भविष्य के लिए कई संभावनाएं हैं। दोनों देश आर्थिक सहयोग, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में और अधिक सहयोग करने की योजना बना रहे हैं। भारत इथियोपिया में बुनियादी ढांचे परियोजनाओं में भी निवेश करने में रुचि रखता है। भारत और इथियोपिया के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए, दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग के कई क्षेत्र खुले हैं।आर्थिक सहयोग: दोनों देशों को व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। भारत इथियोपिया में बुनियादी ढांचे परियोजनाओं में निवेश कर सकता है।शिक्षा और संस्कृति: दोनों देशों को शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना चाहिए। भारत इथियोपिया में शैक्षणिक संस्थानों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को वित्त पोषित कर सकता है।सुरक्षा सहयोग: दोनों देशों को आतंकवाद और समुद्री डकैती जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। भारत इथियोपिया को सैन्य सहायता प्रदान कर सकता है।भारत और इथियोपिया के बीच मजबूत संबंध दोनों देशों के लिए लाभकारी होंगे। ये संबंध दोनों देशों को विकास और समृद्धि हासिल करने में मदद करेंगे।नोट: यह लेख AI से मिले इनपुट्स के आधार पर लिखा गया है।