नई दिल्ली: राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कांग्रेस नेता पर तीखा तंज किया है। हमारे सहयोगी चैनल ‘टाइम्सनाउ नवभारत’ के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी पार्टी के मालिक हैं। जबकि वह कार्यकर्ता। यह बात केंद्रीय मंत्री ने अमेठी से चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर कही। वह बोलीं कि इसका फैसला वह नहीं कर सकती हैं। अगले लोकसभा चुनाव में अमेठी से उनकी पार्टी किसे उतारेगी यह निर्णय आलाकमान लेगा। जब स्मृति से कहा गया कि अगर चुनाव में राहुल के सामने उन्हें नहीं उतारा गया तो क्या यह मैसेज नहीं जाएगा कि वह मैदान छोड़कर भाग रही हैं तो उन्होंने तपाक से कहा- भागने का इतिहास राहुल का है, उनका नहीं।अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के अमेठी से लड़ने की उम्मीद है। यूपी कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने शुक्रवार को कहा था कि राहुल गांधी 2024 का आम चुनाव अमेठी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से लड़ेंगे। प्रियंका गांधी वाड्रा के बारे में प्रदेश अध्यक्ष ने जोर देकर कहा था कि वह जहां से भी चुनाव लड़ेंगी, चाहे बनारस से हो, एक-एक कार्यकर्ता उनके लिए जान लड़ा देगा। इसी के बाद से सियासी पारा गरम है।अमेठी से चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी? कांग्रेसियों के गढ़ को स्मृति इरानी बना चुकी हैं अपना किला, एक्सपेरिमेंट फेल हुआ तो…खबरों के बाद जोश में कांग्रेसीराहुल गांधी 2019 में अमेठी लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार स्मृति इरानी से चुनाव हार गए थे। साल 2004 में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अमेठी निर्वाचन क्षेत्र से अपनी संसदीय शुरुआत की थी। स्मृति से हारने से पहले उसी सीट से वह दो लोकसभा चुनाव जीते। 2019 के चुनाव में हार के बाद से राहुल तीन बार अमेठी का दौरा कर चुके हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र से उनके फिर चुनाव लड़ने की संभावना ने स्थानीय पार्टी नेताओं का जोश बढ़ा दिया है।Rahul Gandhi के चुनाव लड़ने की चर्चा से Amethi की राजनीति गर्म, आमने-सामने आए कांग्रेस और बीजेपी नेतास्मृति इरानी ने खुलकर दिए जवाबअमेठी से राहुल के चुनाव लड़ने की संभावना पर स्मृति ने खुलकर जवाब दिए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल के सामने बीजेपी किसे उतारेगी, यह आलाकमान तय करेगा।मेरा भागने का इतिहास नहीं रहा वो राहुल गांधी का रहा है…. इतिहास गवाह है कि राहुल भगोड़े हैं मैं नहींस्मृति इरानीअगर स्मृति अमेठी से चुनाव नहीं लड़ती हैं तो क्या आरोप नहीं लगेगा कि वह वहां से मैदान छोड़कर भाग गईं? इस सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इतिहास गवाह है कि राहुल भगोड़े हैं वह नहीं। उन दोनों में एक बड़ा फर्क है। अंतर यह है कि राहुल कांग्रेस के मालिक हैं। वह कार्यकर्ता हैं। कार्यकर्ता का नियम यह है कि संगठन उसे जो भी जिम्मेदारी देगा वही वह करेगा। अमेठी में किसे मैदान में उतारा जाएगा यह फैसला भी पार्टी लेगी। राहुल गांधी को कांग्रेस का मालिक बता स्मृति ने परिवारवाद पर चोट की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के तमाम नेता इसे लेकर हमलावर हैं।