बिना मानक के बनवायामिर्जापुर के श्रुतिहार के रहने वाले सियाराम पटेल के सिर पर चर्चित होने का खुमार चढ़ गया। जिसके बाद उन्होंने पुस्तैनी मकान पर बिना मानक के 14 तल का महल जैसा मकान बना दिया। सियाराम पटेल औषधि का काम करते थे।चार शादी कीराजाओं की तरह ठाठबाट से रहने के शौकीन सियाराम ने चार शादी की, जिससे उन्हें 6 बच्चे भी हैं। कुछ वर्ष पहले ही सियाराम पटेल गांव छोड़कर पड़ोसी जिले सोनभद्र में जाकर बस गए है, यहां अब कभी आते भी नहीं हैं।बेटी ने कराया सीलकिलेनुमा भवन को तीसरी शादी से हुई बेटी ने एसडीएम के यहां अपील करके सील करा दिया। बेटी ने भरण पोषण भत्ता नहीं देने पर अपील की थी। जिसके बाद भवन को एसडीएम के आदेश के बाद सील कर दिया गया।शिकायत पर निर्माण कार्य रुकागांव के रहने वाले रामेश्वर गोंड ने बताया कि राजा की तरह चर्चित होने के लिए सियाराम ने किलेनुमा भवन बनाया था। वो और ऊंचा बना रहे थे, लेकिन हम लोगों ने शिकायत की, जिसके बाद प्रशासन ने निर्माण रुकवा दिया।आंधी-तूफान में लगता है डररामेश्वर गोंड ने कहा कि बिना मानक के भवन बना है। जिसकी वजह से आंधी तूफान आने पर आसपास के लोग अपने घर को छोड़कर दूर चले जाते हैं। कई लोग अपना घर छोड़कर काफी दूर जाकर बस गए हैं।लोग देखने में चोटिल हो जाते हैंसड़क पर आते-जाते राहगीर भी गांव में ऊंची इमारत को देखते हुए कई बार दुर्घटना के शिकार हो गए है। कई लोग गांव में आकर नजदीक से मकान को देखते हैं। मिर्जापुर ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों में गांव के अंदर 14 तल का मकान नहीं है।