नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक विद्यालय में एक बच्चे की कथित पिटाई की घटना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नफरत वाली राजनीति का नतीजा है।उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं देश की छवि को खराब करती हैं। खरगे ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की, ताकि कोई भी इसे दोहराने का दुस्साहस नहीं करे।सोशल मीडिया में प्रसारित एक वीडियो में कथित तौर पर दिखाया गया है मुजफ्फरनगर में एक शिक्षिका कक्षा दो के अपने विद्यार्थियों को एक मुस्लिम बच्चे को थप्पड़ मारने के लिए कह रही हैं और पीड़ित छात्र के समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रही हैं।इस घटना की कई राजनीतिक दलों ने कड़ी निंदा की है। खरगे ने ‘एक्स (पूर्व में ट्विटर)’ पर हिंदी में एक पोस्ट कहा, ‘उत्तर प्रदेश के एक स्कूल में जिस तरह एक अध्यापिका ने धार्मिक भेदभाव कर एक बच्चे को दूसरे बच्चे से पिटवाया है, वो भाजपा-आरएसएस की नफरत भरी राजनीति का विचलित कर देने वाला परिणाम है। ऐसी घटनाएं हमारी वैश्विक छवि पर कालिख पोत देती हैं। यह संविधान के खिलाफ है।’उन्होंने इस घटना को ‘सत्तारूढ़ दल की विभाजनकारी सोच’ का परिणाम बताया और एक अन्य घटना का हवाला दिया, जिसमें रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान ने ‘धर्म के नाम पर’ चार लोगों को गोली मार दी थी।रेलवे सुरक्षा बल के जवान ने 31 जुलाई को महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन में सवार चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।शुक्रवार को सामने आए वीडियो में दिखाया गया है कि शिक्षिका खुब्बापुर गांव के एक निजी स्कूल के कक्षा दो के विद्यार्थियों को एक बच्चे को कथित तौर पर मारने के लिए कह रही हैं। शिक्षिका की पहचान तृप्ति त्यागी के रूप में हुई है।मुजफ्फरनगर पुलिस ने शनिवार को त्यागी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन अभी तक आरोपों का खुलासा नहीं किया है।कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा था कि विद्यालय जैसी जगह को ‘नफरत का बाजार’ बनाया जा रहा है।उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘ये भाजपा का फैलाया वही केरोसिन है, जिसने भारत के कोने-कोने में आग लगा रखी है। बच्चे भारत का भविष्य हैं-उनको नफरत नहीं, हम सबको मिलकर मोहब्बत सिखानी है।’