मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में आज अविश्वास प्रस्ताव लाएगा विपक्ष, सुबह 10 बजे दिया जाएगा नोटिस – parliament monsoon session 2023 congress said opposition parties will be bringing no confidence motion in lok sabha

नई दिल्ली : संसद के मॉनसून सत्र में विपक्ष ने सरकार के खिलाफ आज अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। कांग्रेस की तरफ से यह जानकारी देर रात दी गई। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि विपक्षी दलों की तरफ से लोकसभा में बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जाएगा। इससे पहले विपक्ष लगातार मणिपुर के मामले को लेकर सरकार को घेरने में लगा हुआ था। विपक्ष की तरफ से नियम 267 के तहत चर्चा कराने की मांग की जा रही है। जबकि इस नियम के तहत सरकार चर्चा के लिए तैयार नहीं थी। संसद सत्र शुरू होने के बाद से लगातार चौथे दिन भी संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल सकी है। वहीं पीएम मोदी के इंडिया वाले बयान के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष में गतिरोध बढ़ गया है। इस बीच विपक्ष ने कल ही यानी बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। नोटिस तैयार है और सुबह दस बजे लोकसभा में इसे दिया जाएगा।विपक्षी दल कल सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।अधीर रंजन चौधरी, लोकसभा में कांग्रेस के नेतामोदी सरकार के खिलाफ दूसरा अविश्वास प्रस्तावहालांकि, यह पहली बार नहीं है जब मोदी सरकार के खिलाफ सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। इससे पहले मोदी सरकार के खिलाफ जुलाई 2018 में भी अविश्वास प्रस्ताव आया था। इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 11 घंटे चली बहस के बाद वोटिंग हुई थी। हालांकि, मोदी सरकार ने आसानी से अपना बहुमत साबित कर दिया था।विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कर रहा तैयारी, पढ़िए कब-किसके खिलाफ आ चुकाक्या होता है अविश्वास प्रस्ताव?जब लोकसभा में विपक्षी को यह लगता है कि वर्तमान सरकार अल्पमत में है या फिर सरकार सदन का विश्वास खो चुकी है, तो ऐसी स्थिति में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है। इसे अंग्रेजी में नो कॉन्फिडेंस मोशन कहते हैं। संविधान में आर्टिकल-75 में इसका उल्लेख किया गया है। आर्टिकल-75 के अनुसार, केंद्रीय मंत्रिपरिषद लोकसभा के प्रति जवाबदेह है। ऐसे में अगर सदन में बहुमत नहीं है, तो प्रधानमंत्री समेत पूरे मंत्रिपरिषद को इस्तीफा देना होता है।एक ऐसा अविश्वास प्रस्ताव जिस पर आज तक नहीं होता ‘विश्वास’, संसद का वो किस्सा जिसकी हमेशा होती है चर्चा