ये मुफ्त लो, वो मुफ्त लो… किस बात पर केजरीवाल और खट्टर आए आमने-सामने

नई दिल्ली: फ्री सुविधाओं को लेकर एक बार फिर राजनीति तेज हो गई। हरियाणा के मुख्यमत्री मनोहर लाल खट्टर ने ऐसी सेवाओं पर तंज कसते हुए कहा कि बहुत सी ऐसी पार्टियां हैं जो नारे लगाती हैं कि ये मुफ्त लो, वो मुफ्त लो। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में लोगों को मुफ्त की आदत लगाने की बजाय उसके हुनर को निखारना है। वहीं हरियाणा के सीएम के बयान पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में फ्री में विश्व स्तरीय सुविधाएं दी हैं, जल्द हरियाणा में भी इसका फायदा मिलेगा।हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए कहा कि बहुत सी ऐसी पार्टियां हैं जो नारे लगाती हैं कि ये मुफ्त लो, वो मुफ्त लो… लेकिन हमारी वह प्राथमिकता नहीं। उन्होंने कहा कि मुफ्त की आदत लगाने की बजाय हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि काम करने वाले व्यक्ति की आवश्यताओं को पूरा करके उसके हुनर को निखार कर उसका विकास किया जाए।वहीं मनोहर लाल खट्टर के इस बयान पर दिल्ली के सीएम ने कहा कि खट्टर साहब, हम दिल्ली में फ्री और विश्व स्तरीय शिक्षा देते हैं, फ्री और विश्वस्तरीय इलाज देते हैं। फ्री और 24 घंटे बिजली देते हैं, पानी देते हैं। पंजाब में भी हमने ये सब काम शुरू कर दिए हैं और जनता इन सुविधाओं से बहुत खुश है। जल्द ही हरियाणा के लोगों को भी इसका फायदा मिलेगा।वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री ने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि देश के लिए क्या यह जरूरी है,वन नेशन वन इलेक्शन।वन नेशन वन एजुकेशन (अमीर हो या गरीब, सबको एक जैसी अच्छी शिक्षा), वन नेशन वन इलाज (अमीर हो या गरीब, सबको एक जैसा अच्छा इलाज) ये जरूरी है या एक देश एक चुनाव। आम आदमी को वन नेशन वन इलेक्शन से क्या मिलेगा।पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं और लोकसभा चुनाव भी करीब सात महीने दूर हैं और ऐसे में बीजेपी कांग्रेस पर भी रेवड़ी कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप लगा रही है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी दोहरी बात कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि सबसे पुरानी पार्टी केवल लोगों को उनके जीवन में बुनियादी सुविधाएं दिलाने में मदद करने की कोशिश कर रही है और यदि बीजेपी इसे रेवड़ी कल्चर कहती है तो इससे उनकी मानसिकता का पता चलता है कि वे अमीर समर्थक हैं।