राघव चड्ढा और डेरेक ओ’ब्रायन के खिलाफ क्यों स्वीकार किए गए विशेषाधिकार नोटिस?

नई दिल्‍ली: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के डेरेक ओ’ब्रायन और आम आदमी पार्टी (AAP) के राघव चड्ढा के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस स्‍वीकार किए हैं। धनखड़ ने प्रिवलेज से जुड़ी शिकायतों को आगे की जांच के लिए विशेषाधिकार समिति को भेज दिया है। राज्यसभा सचिवालय ने कहा कि डेरेक के खिलाफ शिकायत भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्यों लक्ष्मीकांत बाजपेयी और सुरेंद्र सिंह नागर ने दर्ज की थी। वहीं, चड्ढा के खिलाफ सुशील कुमार मोदी और दीपक प्रकाश ने शिकायत दर्ज कराई थी।राज्यसभा सचिवालय की ओर से गुरुवार देर रात इस बाबत बुलेटिन जारी हुआ है। इसमें कहा गया है- ‘तथ्यों पर विचार करने पर राज्‍यसभा के सभापति ने मामले को काउंसिल ऑफ स्‍टेट्स (राज्‍यसभा) में प्रक्रिया और संचालन नियमों के रूल 203 के तहत जांच और रिपोर्ट के लिए विशेषाधिकार समिति को भेज दिया है।’डेरेक ओ’ब्रायन के खिलाफ राज्यों की परिषद (राज्यसभा) में प्रक्रिया और संचालन के नियमों के रूल 188 के तहत नोटिस दर्ज की गई है। उन्‍होंने अपने वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से 20 जुलाई को सदन में दिए गए अपने बयान की क्लिपिंग बार-बार पब्लिश की थी। बावजूद इसके कि सभापति ने उन्‍हें हटा दिया था।डेरेक ओ’ब्रायन के खिलाफ श‍िकायत में क्‍या?शिकायत में कहा गया, ‘डेरेक ने एक सप्ताह से ज्‍यादा समय तक हर दिन लगातार ट्वीट्स की एक सीरीज पोस्‍ट की। इसके जरिये हटाए गए बयानों को बढ़ावा दिया। परिषद की गरिमा और अध्यक्ष के अधिकार का अपमान किया।’चड्ढा के खिलाफ 25 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि 24 जुलाई को सांसद संजय सिंह को निलंबित करने के संबंध में उन्‍होंने मीडिया में जानबूझकर भ्रामक तथ्य पेश किए। जबकि AAP सांसद को अमर्यादित व्यवहार और सभापति के निर्देशों का बार-बार उल्लंघन करने के लिए राज्यसभा के मानसून सत्र से निलंबित किया गया।राघव चड्ढा को लेकर श‍िकायत में और क्‍या कहा गया?नोटिस में कहा गया है कि सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया है कि इंटरव्‍यू के दौरान राघव चड्ढा ने अन्य बातों के साथ यह भी कहा कि निलंबित किए जाने के बावजूद संजय सिंह चैंबर के अंदर बैठे रहेंगे। यह राज्यों की परिषद (राज्यसभा) में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों के रूल 256 के प्रावधानों का उल्लंघन है। यह अध्यक्ष के अधिकार का अपमान है।चड्ढा के खिलाफ डॉ. के लक्ष्मण और एस फांगनोन कोन्याक ने संयुक्त रूप से विशेषाधिकार हनन का एक अन्य नोटिस दिया है। इसमें एक प्राइवेट टेलीविजन चैनल के समाचार कवरेज का जिक्र है। उन्‍होंने आरोप लगाया गया है कि आम आदमी पार्टी (AAP) नेता ने सदन की कार्यवाही को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है। बुलेटिन के अनुसार, अध्यक्ष ने इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भी भेज दिया है।