नई दिल्ली: साल 2024 के आम चुनावों के मद्देनजर बने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की अगली बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने जा रही है। यह जानकारी शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने दी। इस आयोजन की मेजबानी उद्धव ठाकरे करेंगे, जिसमें कांग्रेस और एनसीपी भी सहयोग देंगे। यह पहली औपचारिक मीटिंग होगी, जो गैर I.N.D.I.A. शासित राज्य में आयोजित हो रही है। इससे पहले दो मीटिंग पटना और बेंगलुरु में हुई थी। इस आयोजन में 26 दलों के जुटने की उम्मीद है। इस बैठक में कुछ अहम फैसले लिए जा सकते हैं। बैठक में सीट बंटवारे के बारे में चर्चा होने की उम्मीद है। 11 सदस्यी समन्वय समिति की तस्वीर भी निकल कर सामने आ सकती है। गठबंधन के संयोजक का नाम भी सामने आ सकता है। इसके अलावा, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम से जुड़ी कमिटी और I.N.D.I.A. के सचिवालय को लेकर तस्वीर साफ हो सकती है।राहुल गांधी को सुप्रीम राहत से विपक्ष में जोशयह मीटिंग ऐसे समय में आयोजित होने जा रही है, जब मानहानि मामले में राहुल गांधी को दोषसिद्धि पर राहत मिल गई है। ऐसे में जो कांग्रेस अभी तक मीटिंग में नेतृत्व को लेकर खास उत्सुकता नहीं दिखा रही थी, वह अब केंद्रीय भूमिका स्वीकार करने के लिए तैयार हो सकती है। राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने पर कांग्रेस काफी उत्साहित और आत्मविश्वास से भरपूर नजर आ रही है। वह बैठक में तमाम मुद्दों पर अपना पक्ष रखने और आगे बढ़ाने के लिए दबाव बना सकती है।दरअसल, विपक्षी गठबंधन के संयोजक के तौर पर रेस में नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और शरद पवार आगे माने जा रहे हैं, लेकिन तीनों की कुछ सीमाएं हैं। नीतीश कुमार का जहां अपने ही राज्य में पकड़ कमजोर हो रही है, वहीं शरद पवार की पार्टी में हुई हालिया टूट के बाद वह भी कमजोर पड़े हैं। इसके अलावा, हाल ही में पीएम मोदी के साथ एक कार्यक्रम में शिरकत को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इसके अलावा, जिस तरह से राहुल गांधी लगातार पीएम मोदी से मोर्चा लेते रहे हैं, उसे देखते हुए राहत के बाद अब वह पीएम मोदी को चुनौती देने के लिए विपक्ष चेहरा बन सकते हैं। लेकिन देखना होगा कि क्या राहुल गांधी, कांग्रेस इसके लिए तैयार होगी या फिर इंडिया के खेमे में लोग राहुल गांधी की लीडरशिप को आसानी से स्वीकार कर लेंगे?मेक या ब्रेक होगा मुंबई की मीटिंगविपक्षी एकता की दिशा में मुंबई में होने वाली तीसरी मीटिंग इन कोशिशों के लिए मेक या ब्रेक मोमेंट होगी। दरअसल, पटना और बेंगलुरु में हुई मीटिंग में 2024 आम चुनाव साथ लड़ने पर नीतिगत सहमति की मंशा तो व्यक्त की गई थी, लेकिन अभी तक इस दिशा में अभी तक कोई बड़ा फैसला नहीं हो सका है। ऐसे में मुंबई मीटिंग में ठोस नतीजे सामने आते हैं या नहीं, इससे इस गठबंधन की गंभीरता का अहसास होगा। विपक्षी दल के कुछ नेता दावा कर रहे हैं कि मुंबई मीटिंग के बाद गठबंधन I.N.D.I.A. के संयोजक का नाम चुनने के अलावा आगे के रोडमैप का ऐलान कर दिया जाएगा। एक कोआर्डिनेशल कमिटी बनाने की भी बात कही जा रही है। साथ ही, सीट शेयरिंग के फॉर्म्युले पर भी बात शुरू करने का दावा किया जा रहा है।