जब भी देश में कोई रेल हादसा होता है तो विपक्ष से लेकर आम जनता तक हर कोई रेल मंत्री से इस्तीफा मांगने लगता है। हाल ही में ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में 288 लोगों की जान चली गई थी। जिसके बाद विपक्ष ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग की थी और वो मांग कुछ दिनों में ठंडी पड़ गई। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब लाल बहादुर शास्त्री जब रेल मंत्री थी तो उन्होंने एक नहीं बल्कि दो-दो बार सामने से अपना इस्तीफा पेश किया था। हालांकि उस वक्त प्रधानमंत्री रहे पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पहली बार तो उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया लेकिन दूसरी बार जब उन्होंने दिया तो पीएम नेहरू ने लाल बहादुर शास्त्री का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था।