रॉ मैटीरियल की लागत से भी सस्ता माल कैसे भेजते हो? गोयल का एक सवाल, झेंपने लगे चीन के मंत्री – piyush goyal tough question to chinese minister wang shouwen b20 summit india 2023

नई दिल्‍ली: भारत और चीन के रिश्तों में तल्खी किसी से छिपी नहीं। सीमावर्ती इलाकों में तनाव के बीच, रस्म अदायगी के लिए कूटनीतिक बातचीत हो रही है। मगर पीछे की कड़वाहट कभी न कभी दिख ही जाती है। दिल्‍ली में शुक्रवार को एक कार्यक्रम हुआ। G20 देशों के वाणिज्य मंत्रियों का एक पैनल डिस्कशन था। भारत की ओर से कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने शिरकत की। वह बहस को मॉडरेट भी कर रहे थे। माहौल गंभीर न होकर, सहज था। इसलिए हल्के-फुल्के अंदाज में सबने बात की। गोयल ने चर्चा के दौरान ऐसी बात कही कि चीनी मंत्री वांग शूवेन बगलें झांकने लगे। केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि आखिर चीन इतना सस्ता माल कैसे सप्‍लाई करता है। गोयल ने शूवेन से कहा कि सारे मंत्री यह राज जानना चाहते हैं कि आप रॉ मैटीरियल की लागत से कम पर भी कैसे एक्सपोर्ट करते हैं? वांग ने सवाल का जवाब नहीं दिया। हंसते हुए गोयल को बधाई देने लगे कि आप तो बड़े सफल ट्रेड मिनिस्टर रहे हो।B20 शिखर सम्मेलन के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने चीन के मंत्री से पूछा सवालहल्‍के-फुल्‍के माहौल में चीन की हो गई खिंचाईपैनल डिस्कशन का माहौल हल्‍का-फुल्‍का रहा मगर संदेश जहां पहुंचना था, वहां पहुंच गया। भारत ने 15 देशों के समूह, क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RECP) का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया। गोयल ने पूछा कि चीन इस फैसले को किस तरह से देखता है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के उप मंत्री वांग शूवेन ने जवाब में कहा, भारत और चीन के बीच व्यापार संबंध बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले साल, द्विपक्षीय व्यापार 130 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। यदि कोई FTA है, चाहे वह द्विपक्षीय हो या RECP के संदर्भ में, तो हमारे लोगों के लाभ के लिए व्यापार की संभावना को और अधिक बढ़ाया जाएगा। RECP में शामिल होने का निर्णय आपका है, लेकिन RECP के दरवाजे हमेशा भारत के लिए खुले रहेंगे।’फिर गोयल ने समझाया कि भारत RECP का हिस्‍सा क्‍यों नहीं बना। उन्‍होंने कहा, ‘चिंता थोड़ी अलग है, द्विपक्षीय व्यापार चीन के पक्ष में है। इंडस्‍ट्री को लगता है कि अगर हम RECP में शामिल होते, तो ट्रेड निश्चित रूप से बढ़ता, लेकिन व्यापार घाटा और बढ़ जाता।’ चीन से काफी सारे सवाल पूछे गए। गोयल ने हैरानी जताते हुए पूछा कि चीन अपने निर्यात की कीमत कैसे तय करता है। उन्होंने कहा, ‘यह ऐसी बात है कि मैं समझता हूं कि सभी मंत्री जानना चाहते हैं कि आप कच्चे माल की लागत से कम कीमत पर सामान की आपूर्ति कैसे कर सकते हैं।’जवाब में, वांग ने गोयल को बधाई दी। कहा कि वे भारत के लिए एक बहुत सफल व्यापार मंत्री रहे हैं। वांग ने कहा, ‘भले ही आप अपने हर ट्रेड पार्टनर के साथ व्यापार को बैलेंस नहीं कर पाए, लेकिन अपने देश के लिए ओवरऑल ग्लोबल ट्रेड बैलेंस बनाने में काफी सफल रहे हैं। इसलिए, यह स्वाभाविक है कि आपके पास चीन जैसे देशों के साथ ट्रेड डेफिसिट होगा, लेकिन आपके पास अन्य देशों के साथ ट्रेड सरप्लस भी होगा। यह बहुत अच्छा है कि आप वैश्विक स्तर पर अपने व्यापार संतुलन को बनाए रखने में सक्षम हैं।’नई दिल्‍ली में पैनल डिस्‍कशन के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, उनके बाईं तरफ कैथरीन ताइ बैठी हैं।गोयल के बगल में बैठी थीं ‘ताइ’गोयल को फिर राज्यसभा की एक घटना याद आई। जब विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने शिकायत की थी कि अध्यक्ष हमेशा ट्रेजरी बेंचों की ओर देखते हैं, जो उनके दाहिने हाथ की ओर हैं, और विपक्षी दलों की ओर नहीं। जो बाईं ओर बैठे हैं। मंत्री ने कहा, ‘अध्यक्ष ने पलटवार किया था कि उनका दिल बाईं ओर है। इसलिए, मेरा दिल यहां (USTR) कैथरीन ताइ के साथ है (वह गोयल के बाईं ओर बैठी थीं)।’ गोयल ने यह बात दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कही।