नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने मिशन चंद्रयान-3 पर शनिवार देर रात बड़ा अपडेट दिया। उसने बताया कि रोवर प्रज्ञान ने अपना काम पूरा कर लिया है। अब उसे सुरक्षित पार्क कर दिया गया है। रोवर को स्लीप मोड में डाल दिया गया है। इसरो के मुताबिक, APXS और LIBS पेलोड को भी स्विच ऑफ किया गया है। इन पेलोड से डेटा लैंडर के जरिये धरती पर भेजा जाता है। फिलहाल, बैटरी पूरी तरह चार्ज है। सौर पैनल 22 सितंबर को अपेक्षित अगले सूर्योदय पर प्रकाश प्राप्त करने के लिए तैयार हैं। रिसीवर चालू रखा गया है। उसने असाइनमेंट के दूसरे सेट के लिए रोवर के सफलतापूर्वक जागने की उम्मीद जाहिर की। अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह हमेशा भारत के लूनर एंबेसडर के रूप में वहीं रहेगा।इसके पहले शनिवार को ही भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चीफ एस सोमनाथ ने बताया था कि चंद्रमा पर भेजे गए चंद्रयान-3 के रोवर और लैंडर ठीक से काम कर रहे हैं। चूंकि चंद्रमा पर अब रात हो जाएगी। इसलिए इन्हें ‘निष्क्रिय’’ किया जाएगा। सोमनाथ ने कहा था कि लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ अब भी काम कर रहे हैं। टीम अब वैज्ञानिक साजो-सामान के साथ ढेर सारा काम कर रही है।सोमनाथ ने बताया था कि अच्छी खबर यह है कि लैंडर से रोवर कम से कम 100 मीटर दूर हो गया है। हम आने वाले एक या दो दिन में इन्हें निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं। कारण है कि चांद पर रात होने वाली वाली है। इसरो प्रमुख ने पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल1’ का श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से सफल प्रक्षेपण होने के बाद मिशन नियंत्रण केंद्र से अपने संबोधन में यह जानकारी दी थी।देर रात इसरो ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया। इस पोस्ट में उसने बताया कि रोवर ने अपने असाइनमेंट पूरे कर लिए हैं। अब उसे पार्क करके स्लीप मोड में सेट कर दिया गया है। अभी बैटरी फुल है। अगला सूर्योदय 22 सितंबर को होने की उम्मीद है। सोलर पैनल को उसी के अनुसार उन्मुख किया गया है। रिसीवर को ऑन रखा गया है।