नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को चीन के मानचित्र में दिखाए जाने पर भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मामले पर कहा कि चीन को ऐसे नक्शे जारी करने की आदत है। उन्होंने कहा कि ऐसे दावे करने से दूसरों का क्षेत्र उनका नहीं हो जाता। भारत के कुछ हिस्सों के साथ नक्शा जारी करने से कुछ भी नहीं बदलेगा। सरकार को पता है कि हमें अपने एरिया में क्या करना है ऐसे बेतुके दावे से दूसरे लोगों का क्षेत्र आपका नहीं हो जाता। वहीं पाकिस्तान का जिक्र होते ही उन्होंने कहा कि लूजिंग स्टॉक के बारे में कौन बात करता है।एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में एस जयशंकर ने चीन को कड़ा संदेश दिया। वहीं पाकिस्तान को लेकर एस जयशंकर ने कहा कि लूजिंग स्टॉक के बारे में कौन बात करता है। एस जयशंकर ने कहा कि हम पर दबाव बनाने के लिए कश्मीर का इस्तेमाल किया गया। आर्टिकल 370 को निरस्त करना हमारी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। पाकिस्तान आज भी इसकी रट लगाए रहता है लेकिन दुनिया क्यों नहीं बात करती। बात साफ है कि लूजिंग स्टॉक में कौन निवेश करेगा।पाकिस्तान की कम चर्चा बाजार का फैसला है। गिरते स्टॉक को कौन देखता है। एस जयशंकर ने कहा कि जी20 की बैठक महत्वपूर्ण है। इस वक्त दुनिया युद्ध और आर्थिक संकट से प्रभावित है। दुनिया की स्थिति कहीं चिंताजनक है। संयुक्त राष्ट्र सदस्यों को यह कबूल करना होगा कि बदलाव का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि 2023 मुश्किल और चुनौतियों वाला साल है। महामारी का सामना किया और इसका प्रभाव भयावह रहा है।दुनिया में स्थिति पहले से अधिक चिंताजनक है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि नई विश्व व्यवस्था में भारत की अहम भूमिका है। हमें डिबेटिंग फोरम में डिबेट करना है वहां मैदान छोड़ना नहीं है। जहां बात और सहयोग से काम हो जाए, हमें वह भी काम करना है। भारत अपनी मिसाल बना रहा है।