नई दिल्ली: जब से भारत के पहले सोलर मिशन के लॉन्च होने की तारीख पता चली है, लोगों के मन में कई सवाल हैं। जैसे, क्या आदित्य-L1 सूरज पर उतरेगा? क्या यह चंद्रयान की तरह सूर्ययान है? कहीं सूरज के करीब जाते ही यह जल न जाए? ऐसे कई सवाल हैं जो आपके भी मन में होंगे। सबसे पहले जान लीजिए कि इसरो सूर्य की स्टडी करने के लिए आदित्य को 2 सितंबर सुबह 11.50 बजे लॉन्च करेगा। आगे की कहानी बड़ी दिलचस्प है। यह न तो सूरज पर जा रहा है और न ही इसे यान कहा जा सकता है। दरअसल, आदित्य एल-1 के नाम में ही उसकी पूरी कहानी छिपी है। L1 स्पेस में एक ऐसी जगह होती है, जो धरती से करीब 15 लाख किमी की दूरी पर है। इसे आप वो ‘खिड़की’ कह सकते हैं जहां के लिए आदित्य कुछ दिन बाद रवाना हो रहा है। अब सवाल उठता है कि यह L1 पॉइंट क्या होता है? क्या ग्रहण के समय इस पर असर पड़ेगा?