नई दिल्ली: संसद का मॉनसून सत्र 20 जुलाई से शुरू है और अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही हंगामें की भेंट चढ़ी है। मणिपुर के मुद्दे पर संसद में सोमवार को भी जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष अड़ा हुआ है कि पीएम मोदी सदन में बयान दें और वहीं सरकार की ओर से कहा गया कि जब वह चर्चा के लिए तैयार है तो फिर विपक्ष इससे भाग क्यों रहा। मणिपुर के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार मोर्चा संभाला। लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि सरकार इस बेहद संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा को तैयार है और विपक्ष से आग्रह है कि वे चर्चा होने दें और सच्चाई सामने आने दें। उन्होंने कहा सदस्यों से आग्रह है कि बहुत संवेदनशील मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर के सदस्यों ने चर्चा की मांग की है। मैं सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं।लोकसभा में अमित शाह ने कहा- हम चर्चा के लिए तैयारहंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। वहीं राज्यसभा में हंगामे के कारण आम आदमी पार्टी सदस्य संजय सिंह को संसद के मॉनसूत्र सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया। संसद में अब तक जो नजारा दिखा है उससे आगे सदन की कार्यवाही सही ढंग से चलेगी इसकी उम्मीद कम है। हंगामे के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने दखल दिया। लोकसभा में मणिपुर के मसले पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि बहुत संवेदनशील मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ओर के सदस्यों ने चर्चा की मांग की है। मैं सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं। शाह ने कहा, मुझे नहीं मालूम कि विपक्ष संसद में चर्चा क्यों नहीं होने दे रहा है।मैं इस पर सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं। मैं विपक्ष से अनुरोध करता हूं कि इस मुद्दे पर चर्चा होने दें। यह महत्वपूर्ण है कि देश को इस संवेदनशील मामले पर सच्चाई पता चले।अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्रीमणिपुर के मसले पर क्या है विपक्षी दलों का स्टैंडविपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के घटक दलों ने मॉनसून सत्र के तीसरे दिन, सोमवार को भी मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद के दोनों सदनों में बयान देने और चर्चा की मांग जारी रखी। अपनी इस मांग को लेकर इन पार्टियों के सदस्यों ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई विपक्षी सांसदों ने उच्च सदन में नियम 267 के तहत मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा करने और प्रधानमंत्री मोदी के बयान की मांग करते हुए कार्यस्थगन के नोटिस दिए। विपक्षी दल मॉनसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद के भीतर वक्तव्य देने और चर्चा की मांग कर रहे हैं। वहीं इस हंगामे के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में मणिपुर के विषय पर जारी गतिरोध को खत्म करने के प्रयास के तहत कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से फोन पर बात की है। हालांकि खरगे का स्टैंड नहीं बदला है।पीएम सदन में आकर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं? मणिपुर की घटना को लेकर क्या-क्या बोल रहे संजय सिंहक्या बजट सत्र की राह पर मॉनसून सत्रनवगठित विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A मॉनसून सत्र में केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की रणनीति बनाई हुई है। विपक्षी गठबंधन प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर अड़ा हुआ है। विपक्ष की ओर से पीएम मोदी का बयान कराने और राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को हटाने और काम रोको के तहत दीर्घकालिक चर्चा की मांग रखी है। संसद के बजट का दूसरा सत्र अडानी मामले पर हंगामे की भेंट चढ़ गया था। विपक्ष आरोपों की जांच के लिए जेपीसी की मांग पर अड़ा था। वहीं अब मॉनसून सत्र की शुरुआत मणिपुर हिंसा पर हंगामे के साथ शुरू है। अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ चुका है। 11 अगस्त तक संसद का मॉनसून सत्र चलना है और जिस प्रकार हंगामा हो रहा है उससे आगे भी आसार ठीक नहीं दिखते।