नई दिल्ली: केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने बुधवार को कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में मुस्लिम छात्रों का नामांकन 2016-17 में 17.39 लाख से बढ़कर 2020-21 में 19.22 लाख हो गया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के शिक्षकों की संख्या भी 2016-17 में 67,215 से बढ़कर 2020-21 में 86,314 हो गई। मंत्री ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण, 2020-21 के आंकड़े साझा किए।उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण (एआईएसएचई), 2020-21 के अनुसार मुस्लिम छात्रों का नामांकन 2016-17 में 17.39 लाख से बढ़कर 2020-21 में 19.22 लाख हो गया है। मुस्लिम समुदाय के शिक्षकों की संख्या 2016-17 में 67,215 से बढ़कर 2020-21 में 86,314 हो गई है।सरकार की ओर से कहा गया कि सरकार विभिन्न पहलों के माध्यम से अल्पसंख्यक छात्रों को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने साझा किया कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय पूरे देश में छह अधिसूचित अल्पसंख्यक समुदायों – बौद्ध, ईसाई, जैन, मुस्लिम, सिख और पारसी के छात्रों के लिए तीन शैक्षिक सशक्तीकरण योजनाएं लागू करता है।मातृभाषा को बढ़ावा दे रही राष्ट्रीय शिक्षा नीति, धर्मेंद्र प्रधान ने शिक्षा समागम को लेकर कही ये बातेंवहीं बुधवार वन (संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2023 को मंजूरी दे दी जिसका मकसद वनों के संरक्षण के साथ ही विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन स्थापित करना और लोगों के जीवनस्तर में सुधार लाना है। राज्यसभा ने बुधवार को विधेयक को संक्षिप्त चर्चा के बाद पारित कर दिया। लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है।