हाइलाइट्स:महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने शुरू किया उत्तर महाराष्ट्र दौरादौरे के दौरान जलगांव में जलाईं केंद्रीय कृषि कानून की प्रतियांपटोले ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार अंग्रेजों की तरह दमनकारी हैजलगांव के फैजपुर में जलाई गईं कृषि कानून की प्रतियांजलगांवमहाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले फिलहाल उत्तर महाराष्ट्र के दौरे पर हैं। दौरे की शुरुआत उन्होंने जलगांव जिले से की है। आपको बता दें कि अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जलगांव के फैजपुर में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था। आज उसी फैजपुर में नाना पटोले ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि आज इस पवित्र भूमि में कृषि कानूनों को जलाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर अंग्रेजों की तरह दमनकारी होने का भी आरोप लगाया।कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले आज एक दिवसीय जिला दौरे पर हैं और उनकी उपस्थिति में केंद्रीय कृषि अधिनियम के खिलाफ एक उग्र आंदोलन के साथ एक रैली का आयोजन किया गया। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ए. प्रणति शिंदे, पूर्व सांसद उल्हास पाटिल, एम. शिरीष चौधरी, जिलाध्यक्ष संदीप भैया पाटिल सहित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।कृषि कानून की होलीनाना पटोले ने कहा कि फैजपुर में इतिहास खुद को दोहरा रहा है। अधिवेशन आयोजित किया गया था तब अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध चल रहा था। इसी पवित्र भूमि में हमने केंद्र सरकार के काले कृषि कानूनों को जलाया है। तीन कानून किसानों के खिलाफ हैं और छह महीने से दिल्ली में आंदोलन होने के बावजूद प्रधानमंत्री उनसे बात करने को तैयार नहीं हैं। नाना पटोले ने बताया कि ऐसे दमनकारी प्रधानमंत्री के विरोध में हमने यहां मसौदा कानूनों को जला दिया है।बीजेपी को सबक सिखाएगी जनतापटोले ने कहा कि हम इस समय जलगांव जिले के दौरे पर हैं क्योंकि यहां कोरोना आपदा थोड़ी कम हुई है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस का पचासवां अधिवेशन फैजपुर में हुआ था तब लड़ाई अंग्रेजों के खिलाफ थी। नाना पटोले ने वर्तमान केंद्र सरकार पर अंग्रेजों की तरह दमनकारी होने का आरोप लगाया। पटोले ने कहा कि देश में सरकार के खिलाफ गुस्से की भावना है और उन्होंने चेतावनी दी कि लोग 2024 में मोदी सरकार को सबक सीखाएंगें। उन्होंने आम जनता पर महंगाई से प्रभावित होने का भी आरोप लगाया।कांग्रेस के बिना तीसरा मोर्चा नहींओबीसी आरक्षण को लेकर नाना पटोले ने कहा कि 73वें संशोधन के चलते पांच साल बाद एक दिन के लिए भी जिला परिषद के चुनाव स्थगित नहीं किए जा सकते हैं। हालांकि, एक सर्कुलर के संदर्भ में संविधान का उल्लंघन किया गया है। हाईकोर्ट में याचिका दायर होने के बाद दो साल पहले कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाया था। हालांकि, तब तत्कालीन फडणवीस सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग की नियुक्ति नहीं की थी। पटोले ने ओबीसी को आरक्षण से वंचित करने के लिए उसी सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी ओबीसी को खत्म करने के लिए काम कर रही है। नाना पटोले ने यह भी कहा कि कांग्रेस के अलावा देश में कोई मोर्चा नहीं बन सकता है।दौरे के दौरान जलगांव में जलाईं केंद्रीय कृषि कानून की प्रतियां