नई दिल्ली : ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी AIMIM के नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि इसमें शामिल लोग दागदार हैं। अतीत में वे बीजेपी के साथ रहे हैं। एक मीडिया समूह के कार्यक्रम में उनसे पूछा गया कि अगर I.N.D.I.A. गठबंधन आपके लिए बांहें खोल दे तो आप क्या करेंगे। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें न ऐसी महबूबा की जुल्फों की जरूरत है और उन उनकी बांहों में जाना है। ये बहुत खतरनाक महबूबा है। ओवैसी ने कहा कि एक तरफ महबूबा है तो दूसरी तरफ महबूब। एक तरफ दुकानदार हैं तो दूसरी तरफ चौकीदार। उन्हें किसी के भी तरफ नहीं जाना।’आजतक जी-20 समिट’ कार्यक्रम में ओवैसी ने वैश्विक कूटनीति से लेकर राजनीति तक, मणिपुर हिंसा से लेकर नूंह में बुलडोजर कार्रवाई तक, चीन की आक्रामकता से लेकर समान नागरिक संहिता तक तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी।’हमें महबूबा की जुल्फों की जरूरत नहीं, ये बहुत खतरनाक और बेवफा’जब उनसे पूछा गया कि अगर ‘इंडिया’ गठबंधन बांहें खोल दे तो जाना चाहेंगे, क्योंकि अविश्वास प्रस्ताव पर आपने उनका साथ भी दिया था तो उनका जवाब था, ‘हमने उनका साथ नहीं दिया, बीआरएस के अविश्वास प्रस्ताव पर साथ दिया। वो बांहें-वाहें नहीं खोलने वाले हैं, हमें मालूम है। हमको जरूरत भी नहीं है। हमकों ऐसी महबूबा की बांहों में जाकर सुकून नहीं मिलने वाला है। ये ऐसी महबूबा है जिसने बहुत से लोगों से वफा नहीं किया। हमको न ऐसी महबूबा की जुल्फों की जरूरत है, न इनके गले में जाना है। हमें दूर से दिख रहा है, बहुत खतरनाक महबूबा हैं। एक तरफ महबूबा हैं तो दूसरी तरफ महबूब हैं। हमको दूर रहना चाहिए। दुकानदर की मोहब्बत है और एक तरफ चौकीदार के दावे हैं। हमें इनसे दूर रहना है।”दुकानदार की सेटिंग चौकीदार से, चौकीदार की सेटिंग दुकानदार से’ओवैसी ने कांग्रेस और बीजेपी का नाम लिए बगैर उन्हें ‘दुकानदार’ और ‘चौकीदार’ बताया जिनकी ‘एक दूसरे से सेटिंग’ है। उन्होंने कहा, ‘जब मुसलमानों पर जुल्म होता है तो दोनों मुंह नहीं खोलते। यूएपीए का कानून अमित शाह लेकर आए तो कांग्रेस ने उनका सपोर्ट किया। दुकानदार मोहब्बत की बात करेंगे लेकिन उनके पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश के लीडर (कमलनाथ) कहते हैं कि भारत हिंदू राष्ट्र है। दोनों की सेटिंग है एक दूसरे से। दुकानदार की सेटिंग है चौकीदार से, चौकीदार की सेटिंग है दुकानदार से।”देश की जनता को देखना पड़ेगा कोई तीसरा विकल्प है या नहीं’तीसरे मोर्चे की जरूरत पर जोर देते हुए ओवैसी ने कहा, ‘मैं न दुकानदार बन सकता हूं और न चौकीदार। मेरे मुकद्दर में लड़ना लिखा है। मगर देश की जनता को ये देखना पड़ेगा कि क्या कोई तीसरा विकल्प आपके सामने है या नहीं? और उस तीसरे ऑप्शन को देखने की बहुत जरूरत है। नूंह में इतना बड़ा विध्वंस हुआ, इन लोगों ने कुछ नहीं बोला, खामोश बैठते हैं। जुनैद-नसीर के मरने के ऊपर राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने 5 लाख और कन्हैया के मर्डर पर 50 लाख की मदद और सरकारी नौकरी…ये जो इन लोगों के डबल स्टैंडर्ड हैं, वो इन्हें एक्सपोज करते हैं।”नीतीश, ममता, डीएमके…ये बीजेपी के साथ थे, हम कभी नहीं’ओवैसी ने कांग्रेस को ‘दुकानदार’ कहकर तंज तो कसा ही, विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में शामिल गैरकांग्रेसी दलों को भी नहीं बख्शा। उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी बीजेपी के साथ रह चुकी हैं, नीतीश कुमार रह चुके हैं, डीएमके भी अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में उनके साथ रह चुकी है… ये लोग दागदार हैं। हम कभी बीजेपी के साथ नहीं थे। जब इनकी जबान से सेक्युलरिज्म की बात होती है तो मुझे हंसी आती है। लोग इनका अतीत थोड़े भूल सकते हैं।”बीजेपी अगर सत्ता में है तो कांग्रेस की वजह से, राहुल गांधी की जिम्मेदार’जब उनसे पूछा गया कि आप पर आप लगता है कि आपकी वजह से चुनाव में बीजेपी को फायदा होता है तो ओवैसी ने कहा, ‘मेरी वजह से बीजेपी को अगर फायदा हो रहा है तो लोग मुझसे बहस कर लें। 5 मिनट नहीं टिक पाएंगे। बीजेपी अगर आज सत्ता में है तो कांग्रेस की वजह से। राहुल गांधी भी जिम्मेदार है। हम नहीं चाहते कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने।”बीजेपी को हराने की जिम्मेदारी सिर्फ एक समुदाय की नहीं’ओवैसी ने कहा कि बीजेपी को हराने की जिम्मेदारी सिर्फ एक समुदाय की नहीं है। एक न एक दिन मुसलमान इस बात को समझ लेगा। 2024 में कौन जीतेगा, इस सवाल पर AIMIM नेता ने कहा कि 24 का इलेक्शन खुला हुआ है। कोई गलतफहमी में न रहे। बीजेपी के लिए रास्ता आसान नहीं है। गरीबों की आमदनी में कमी हो रही है, नौकरी नहीं मिल रही है…ये आसान चुनाव नहीं होने जा रहे हैं। बीजेपी के कथित पसमांदा प्रेम पर तंज कसते हुए ओवैसी ने कहा कि बीजेपी सिर्फ जबानी तौर पर पसमांदा-पसमांदा बोलती है। लेकिन उनका एक भी सांसद नहीं है मुस्लिम। मंत्री नहीं है।जगनमोहन रेड्डी और चंद्रबाबू नायडू की तुलनाहैदराबाद के सांसद ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तुलना में लाख गुना अच्छा बताया। उन्होंने कहा, ‘रेड्डी जबान के पक्के हैं, नायडू नहीं। जगन चंद्रबाबू की तुलना में लाख गुने अच्छे हैं। जो व्यक्ति अपने ससुर को धोखा दे सकता है, वह किसी को भी दे सकता है। उसी गम में उनके ससुर इस दुनिया से चले गए।’ हालांकि, जगन की पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट दिया था। इस पर ओवैसी ने कहा कि उनकी कुछ मजबूरियां रही होंगी।बीजेपी ब्लैक ऐंड वाइट देखती है जबकि देश कलरफुल है…समान नागरिक संहिता पर ओवैसीसमान नागरिक संहिता पर की मुखालफत करते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत की खूबसूरती ही इसकी विविधता में है। उन्होंने कहा, ‘भारत की खूबसूरती इसकी विविधता में है जो बीजेपी और आरएसएस को दिखता ही नहीं है। वो ब्लैक ऐंड वाइट में देखते हैं जबकि देश कलरफुल है। डायरेक्टिव प्रिंसिपल्स में सिर्फ यूसीसी ही तो नहीं है। रिसोर्सेज का समान वितरण कहा है? आज भारत की 55 प्रतिशत दौलत सिर्फ 14 लोगों के पास है, इस पर क्यों नहीं बोलते हैं मोदीजी।’