नई दिल्ली: 23 अगस्त 2023 की तारीख अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई है। भारत अब चांद पर पहुंच चुका है। एक तरफ भारत के चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर चांद की सतह पर कदम रख रहा था तो भारत के कई घरों में किलकारियां गूंज रही थीं। जी हां, भारत में 23 अगस्त को कई बच्चों का जन्म हुआ। खास बात यह कि कई बच्चों के नाम चंद्रयान रखे गए। जी हां, ओडिशा के केंद्रपाड़ा के जिला अस्पताल में मां-बाप बनने वाले कई अभिभावकों ने नवजात का नाम ‘चंद्रयान’ रखा। रानू मलिक के बच्चे का जन्म विक्रम लैंडर के चांद पर उतरने के ठीक बाद शाम 6.30 बजे हुआ। उन्होंने बच्चे का नाम चंद्रयान रख दिया। बेबिना सेठी ने भी ऐसा ही किया।ओडिशा में चार ‘चंद्रयान’ जन्मेआपको जानकर गर्व होगा कि Kendrapara में जन्मे तीन लड़कों और एक लड़की का नाम चंद्रयान रखा गया है। रानू मलिक ने कहा कि मैं बहुत खूश हूं। हमारे बच्चे का जन्म चंद्रयान के चांद पर उतरने के बाद हुआ है तो हमने उसका नाम मिशन के नाम पर रखने का फैसला किया। दुर्गा मंडल ने बेटी को जन्म दिया। उन्होंने भी खुशी और उत्साह के साथ बच्ची का नाम चंद्रयान रखा।लैंडिंग के दिन ‘विक्रम’ का जन्ममेरठ के एक परिवार में 23 अगस्त की सुबह बच्चे का जन्म हुआ। शाम को चांद पर लैंडिंग सफल रही तो बच्चे का नाम रखा गया विक्रम। दरअसल, चंद्रयान के लैंडर का नाम विक्रम ही है। बताया जा रहा है कि इस परिवार ने पहले ही तैयारी कर रखी थी कि बेटा हुआ तो विक्रम लैंडर के नाम पर रखेंगे। बच्चे के पिता गौरव ने कहा कि विक्रम के चांद पर उतरने से जैसे दुनिया में देश का नाम हो रहा है उसी तरह मेरा बेटा विक्रम बड़ा होकर देश का नाम करेगा, इसी कामना के साथ उसका नामकरण विक्रम किया गया है।चंद्रयान-3 की लैंडिंग के बाद चांद से आई पहली तस्वीर, विक्रम ने दिखाया चांद का नजारा