नई दिल्लीभारत में कोविड-19 के एक दिन में 48,698 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 3,01,83,143 हो गई और साप्ताहिक संक्रमण दर गिरकर 2.97 प्रतिशत रह गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, इस संक्रामक रोग से एक दिन में 1,183 लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,94,493 हो गयी। उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 5,95,565 हो गयी जो संक्रमण के कुल मामलों का 1.97 प्रतिशत है।स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या लगातार 44वें दिन कोविड-19 के रोज आने वाले मरीजों की संख्या से अधिक है। इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 2,91,93,085 हो गयी है। मृत्यु दर 1.31 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस से स्वस्थ होने वाले मरीजों की राष्ट्रीय दर 96.72 फीसदी है जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर कम होकर 2.97 प्रतिशत रह गयी है। दैनिक संक्रमण दर 2.79 प्रतिशत है। यह लगातार 19वें दिन पांच प्रतिशत से कम है।सुबह सात बजे तक जारी टीकाकरण आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में 61.19 लाख कोविड-19 रोधी टीके लगने से अब तक देशव्यापी अभियान के तहत दी जाने वाली टीकों की खुराक 31.50 करोड़ हो गयी है। शुक्रवार को कोविड-19 के लिए 17,35,781 नमूनों की जांच की गई। इसके साथ ही देश में अब तक जांच किए गए कुल नमूनों की संख्या बढ़कर 39,95,68,448 हो गयी। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए थे। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।इस महामारी से अभी तक देश में कुल 3,94,493 लोगों की मौत हुई है। इनमें से सबसे अधिक 1,20,370 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 34,539 की कर्नाटक, 32,051 की तमिलनाडु, 24,952 की दिल्ली, 22,381 की उत्तर प्रदेश, 17,551 की पश्चिम बंगाल, 15,956 की पंजाब और 13,423 लोगों की मौत छत्तीसगढ़ में हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।