नई दिल्ली: देश में पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। BA.2.86 नामक ये वेरिएंट अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में मिल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड के इस वेरिएंट पर निगरानी रखने की बात कही है। इस नए वेरिएंट की खबरों के बाद भारत में कोरोना को लेकर बड़ी बैठक होने वाली है।पीएम नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की है। इस बैठक में कोरोना पर वैश्विक और देश की स्थिति पर चर्चा की गई है। बैठक में कोरोना के नए वेरिएंट BA.2.86 (पिरोला) और EG.5 (इरिस) पर चर्चा हुई। मिश्रा ने बताया कि भारत में कोरोना की स्थिति अभी स्थिर है। इसके अलावा सार्वजनिक हेल्थ सिस्टम भी पूरी तरह तैयार उन्होंने कहा कि इंन्फ्लुएंजा जैसी कमजोरी और सांस से संबंधित बीमारियों पर हमें नजर बनाए रखनी होगी।उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले की जांच के लिए टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है। इसके अलावा इसकी जीनोम सिक्वेसिंग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट पर हमें नजर बनाए रखनी होगी।गौरतलब है कि कोरोना के नए वेरिएंट के मामले पूरी दुनिया में बढ़ने शुरू हो गए हैं। इस नए वेरिएंट में जिनेटिक चेंज देखने को मिल रहा है। इन बदलावों के बाद वैज्ञानिक टेंशन में हैं। नए वेरिएंट में विषाणु के कुछ हिस्से में बदलाव देखा जा रहा है। इन बदलावों के कारण कोरोना का नया वेरिएंट वैक्सीन को भी मात देने की क्षमता रखता है।अभी तक की जानकारी के मुताबिक BA.2.86 वेरिएंट के मरीज तीन अलग-अलग देशों डेनमार्क, इजरायल और अमेरिका में मिला है। विशेषज्ञों का कहना है कि नया वेरिएंट बड़े पैमाने पर तेजी से फैल सकता है। यही नहीं, इस बार वायरस ने ऐसा रूप बदला है कि कोरोना के बारे में आपको कुछ दिन पता भी नहीं चलेगा।