हाइलाइट्सकेरल में गिरा था कोविड मामलों का ग्राफतीन महीने बाद एक बार फिर से बढ़े कोरोना के मामलेओणम के एक हफ्ते बाद केसेस में बढ़ोत्तरी ने बढ़ाई टेंशनकम टेस्टिंग के बावजूद बढ़े मामले आ रहे सामनेकोच्चिओणम के बाद, केरल ने एक बार फिर से कोविड केसेस में उछाल आया है। मंगलवार को राज्य में 24,296 कोरोना पॉजिटिव केस मिले। ये मामले बीते तीन महीनों में मिले कोविड केस में सबसे ज्यादा हैं। केरल में मिले मामलों से देश में भी 11 दिनों के बाद कोविड केसेस 37,000 से ऊपर बढ़ गए हैं।भारत ने मंगलवार को 37,642 नए मामले दर्ज किए। यह 13 अगस्त के बाद मिले सबसे ज्यादा मामले हैं। इतना ही नहीं, देश के कुल मामलों में अकेले केरल के 65 फीसदी मामले हैं।कम टेस्टिंग पर केस ज्यादाकहा जा रहा है कि ओणम के उत्सव के सप्ताह बाद, केरल में एक बार फिर से महामारी बढ़ी है। यह बढ़े मामले भी तब है जब केरल में ओणम के चलते अभी कम टेस्टिंग हो रही हैं। राज्य ने पिछले तीन दिनों में रोज 17,000 से कम कोविड केसेस सामने आ रहे थे, हालांकि इससे पहले की संख्या 20,000 से ऊपर थी।केरल में कोरोना से बदतर हालात, समीक्षा के लिए पहुंची केंद्र की टीमबीजेपी प्रवक्ता अजय सेहरावत ने भी ट्वीट किया कि देश में रिकॉर्ड 37,593 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। हैरानी की बात यह है कि इसमें केरल से ही 24,296 हैं, जो कुल मामलों का 64.6 फीसदी है।173 लोगों ने कोरोना से तोड़ा दमकोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बाद यहां केसेस में 18.04 फीसदी तक उछाल आया है। इससे पहले 26 मई को 28,798 कोविड मामले मिले थे। उस दिन के बाद से मंगलवार को 24,296 मामले सामने आए। इसके अलावा राज्य में 173 कोविड मौतें दर्ज की गईं।’कोरोना मॉडल’ पर उठे सवालकोरोना से जंग के दौरान शुरुआत में केरल मॉडल की खूब तारीफ हुई थी, हालांकि अब बढ़ते केस चिंता का कारण बन गए हैं। कोविड के बढ़ते मामले की सबसे बड़ी वजह कोरोना का नया डेल्टा वेरिेएंट माना जा रहा है। इस नए वेरिएंट की वजह से भी केरल में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। ओणम त्योहार के दौरान छूट, प्रशासनिक शिथिलता और आम लोगों की कोरोना को लेकर लापरवाही इसकी बड़ी वजह मानी जा रही है।फाइल फोटो