नई दिल्लीदिल्‍ली वालों को मॉनसून के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। पश्चिमी हवाएं पिछले तीन-चार दिनों से मॉनसून को उत्तर पश्चिम भारत की तरफ बढ़ने से रोक रही हैं। लिहाजा, मॉनसून के दिल्‍ली, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा पहुंचने में देर हो सकती है। यह जानकारी गुरुवार को भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दी। उसने कहा कि बहरहाल गुजरात और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से में आगामी दो-तीन दिनों में इसकी धीमी प्रगति होगी।मॉनसून की उत्तरी सीमा दीव, सूरत, नंदरबार, भोपाल, नौगोंग, हमीरपुर, बाराबंकी, बरेली, सहारनपुर, अंबाला और अमृतसर से गुजर रही है।आईएमडी ने पूर्वानुमान में कहा, ‘मॉनसून के राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली पहुंचने के लिए वायुमंडलीय स्थिति अनुकूल नहीं है।’ Delhi Weather News: उमस से छूटे पसीने, दिल्ली में मॉनसून अब समय पर ही आएगापहले यह की थी भविष्‍यवाणीमौसम विभाग ने पहले पूर्वानुमान जताया था कि मॉनसून 12 दिन पहले ही 15 जून तक दिल्ली पहुंच जाएगा। मॉनसून सामान्य तौर पर 27 जून तक दिल्ली पहुंचता है और आठ जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है।निजी पूर्वानुमान एजेंसी स्काइमेट वेदर के मुताबिक, पिछले वर्ष मॉनसून 25 जून को दिल्ली पहुंचा था और 29 जून तक इसने पूरे देश को कवर कर लिया था।पछुआ हवाओं का रोड़ास्काइमेट वेदर के महेश पालावत ने कहा कि पश्चिमी (पछुआ) हवाएं पिछले तीन-चार दिनों से मॉनसून को उत्तर पश्चिम भारत की तरफ बढ़ने से रोक रही हैं।उन्होंने कहा, ‘ये हवाएं अगले हफ्ते भी चलती रहेंगी। इसलिए लगता है कि दिल्ली को 27 जून के आसपास ही मॉनसून की बारिश मिलेगी।’ Monsoon News: दिल्ली को मॉनसून के लिए अभी करना पड़ेगा इंतजार, पूर्वी यूपी और उससे सटे बिहार में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हो रही बारिशयहां हो सकती है बारिशआईएमडी ने कहा कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड में गुरुवार और शुक्रवार को तेज हवाओं के साथ ‘मध्यम से भारी’ स्तर की बारिश हो सकती है। कई स्थानों पर आकाशीय बिजली गिर सकती है।इसने कहा, ‘इससे लोग और जानवर जख्मी हो सकते हैं और उनकी जान भी जा सकती है।’ मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में उत्तराखंड में अगले दो दिनों में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।मौसम विभाग ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल के गंगा के इलाकों और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती सर्कुलेशन बना हुआ है। इस प्रभाव में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और ओडिशा में अगले दो-तीन दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है।’ 15 मिलीमीटर से कम वर्षा को हल्की, 15 मिमी से 64.5 मिमी वर्षा को मध्यम, 64.5 से 115.5 मिमी वर्षा को भारी, 115.6 और 204.4 मिमी के बीच बहुत भारी वर्षा माना जाता है। 204.4 मिमी से अधिक वर्षा को अत्यधिक भारी वर्षा की श्रेणी में माना जाता है।