हाइलाइट्सदिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति खराब होने पर लिया गया फैसलाअगले आदेश तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने का केंद्रीय पैनल ने दिया आदेशदिल्ली, हरियाणा में सरकारें पहले ही कर चुकी थीं स्कूल बंद करने का फैसलासुप्रीम कोर्ट में प्रदूषण के चलते केंद्र और राज्य सरकारों को पड़ी है फटकारनई दिल्लीपहले कोरोना वायरस के चलते करीब डेढ़ साल पढ़ाई नहीं हो सकी। हाल के दिनों में जब स्कूलों में फिर से रौनक दिखने लगी तो हवा खराब होने लग गई। दिल्ली-एनसीआर में फिलहाल हवा की गुणवत्ता ‘काफी खराब’ है। इसे देखते हुए राजधानी और एनसीआर के अन्य शहरों में स्कूल-कॉलेज अगले आदेश तक बंद रहेंगे। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने मंगलवार को यह आदेश जारी किया। यह फैसला एनसीआर में बढ़ने प्रदूषण को देखते हुए लिया गया है। दिल्ली और हरियाणा की सरकारों ने पहले ही स्कूल बंद करने का आदेश दे दिया था जिसकी समयसीमा 21 नवंबर थी। अब केंद्रीय पैनल का आदेश प्रभावी होगा।केवल ऑनलाइन क्लासेज चलेंगी: CQAMकेंद्रीय पैनल के अनुसार, NCR के सभी निजी और सरकारी स्कूल, कॉलेज और शैक्षिक संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे। केवल ऑनलाइन मोड से पढ़ाई हो सकेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने 13 नवंबर को एक हफ्ते के लिए स्कूल बंद रखने की घोषणा की थी। एक दिन बाद, हरियाणा के चार जिलों- गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर और सोनीपत में भी 21 नवंबर तक स्कूल बंद कर दिए गए।अभी खराब ही रहने वाली है हवाराजधानी में गुरुवार सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 344 दर्ज हुआ। यानी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, एक्यूआई में बुधवार की तुलना में मामूली सुधार आया है, जो कल 375 था। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि रविवार तक वायु गुणवत्ता में कोई खास सुधार नहीं आएगा। मतलब जब तक वायु की गुणवत्ता बेहतर नहीं होती, स्कूल खुलने की गुंजाइश कम ही है।बस एक हफ्ते में प्रदूषण की वजह से अस्पताल जाने वाले लोगों की संख्या हुई दोगुनीगाजियाबाद में अभी नहीं होंगे स्कूल कॉलेज बंदबढ़ते प्रदूषण को लेकर गाजियाबाद जिले में स्कूल कॉलेज बंद नहीं होंगे। वह पहले की तरह ही खुले रहेंगे। प्रशासन ने फिलहाल स्कूल और कॉलेज को बंद करने के आदेश देने से इनकार कर दिया। प्रशासन का कहना है कि गाजियाबाद में प्रदूषण का एक्यूआई 300 से 350 के बीच चल रहा है। इस संबंध में पूरी रिपोर्ट शासन को भी भेजी गई है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में प्रदेश सरकार की ओर जवाब दाखिल किया गया है।प्रदूषण को लेकर चल रही सुनवाई के लिए यूपी सरकार ने जवाब दाखिल किया है। शासन की ओर से गाजियाबाद में स्कूल कॉलेज बंद करने का आदेश नहीं आया है। शासन से निर्देश मिलने के बाद ही स्कूल कॉलेज बंद करने पर फैसला लिया जाएगा।आर.के. सिंह, डीएम गाजियाबादशासन की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की गई है। इस रिपोर्ट में कुछ बिंदुओं को रेखांकित किया गया है, कोर्ट से निवेदन किया गया है कि वह कुछ बिंदुओं पर गौर करें। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को फैसला देना है। तब तक शासन की स्तर से गाजियाबाद में स्कूल कॉलेज पूर्व की तरह ही चालू रखने के लिए कहा गया है।