नई दिल्लीरक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने शुक्रवार को ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण रेंज में अपने 122 मिमी कैलिबर रॉकेट के एडवांस रेंज के एडिशन्स का सफल परीक्षण किया। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ये रॉकेट भारतीय सेना के लिए विकसित किए गए हैं और ये रॉकेट 40 किलोमीटर तक के लक्ष्य को नष्ट कर सकते हैं।बयान में कहा गया कि रॉकेट के चार एडवांस वर्जन को एक मल्टी-बैरल लांचर से पूरे उपकरण के साथ दागा गया। इस टेस्टिंग के बाद मिशन के उद्देश्यों को पूरा किया। परीक्षण से पहले आईटीआर और प्रूफ एंड एक्सपेरिमेंटल एस्टाब्लिशमेंट (पीएक्सई) द्वारा तैनात टेलीमेट्री, रडार और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम सहित रेंज उपकरणों द्वारा सभी उड़ान से जुड़े सिस्टम को ट्रैक किया गया था।रॉकेट सिस्टम को पुणे स्थित आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एआरडीई) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। मैसर्स इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड, नागपुर के निर्माण समर्थन के साथ उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल)। यह उन्नत रॉकेट प्रणाली मौजूदा 122 मिमी ग्रैड रॉकेटों की जगह लेगी।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को इन रॉकेट के सफल परीक्षणों पर डीआरडीओ और रक्षा उद्योग को बधाई दी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी ने सफल परीक्षणों में शामिल टीमों के प्रयासों की सराहना की।