शिमलापंजाब में पार्टी के दिग्गज नेता अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाकर कांग्रेस आलाकमान ने चरणजीत सिंह चन्‍नी को गद्दी पर बैठा दिया है। इस तरह लंबे समय से राज्य में चल रही राजनीतिक खींचतान पर उसने लगाम लगा ली है। मालूम देता है कि अब वह रिलैक्‍स करने के मूड में है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा तीनों हॉलीडे मनाने शिमला पहुंचे हुए हैं। पंजाब में चल रही रस्‍साकशी पर लगाम लगाने के कुछ ही घंटों बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी छुट्टी मनाने हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला पहुंचे। दोनों शिमला के उपनगरीय इलाके में देवदार के जंगल के बीच स्थित प्रियंका गांधी वाड्रा की कॉटेज में पहुंचे। वहां प्रियंका पहले से ही अपने परिवार के साथ छुट्टियां मना रही हैं। ‘पंजाब के लोगों से किए वादों को पूरा करते रहना है’, राहुल गांधी ने दी चन्‍नी को बधाईएक-एक कर पहुंचे शिमलासोनिया सोमवार सुबह हवाई मार्ग से पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ पहुंचीं, जहां से वह सड़क मार्ग से शिमला के लिए निकलीं। शाम को राहुल भी पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद यहां पहुंचे। समारोह खत्म होने ही वाला था कि राहुल राजभवन पहुंचे। पार्टी नेताओं के साथ कुछ समय बिताने के बाद वह सड़क मार्ग से शिमला के लिए रवाना हो गए। एक अधिकारी ने न्‍यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया कि गांधी परिवार के यहां दो-तीन दिनों तक रहने की संभावना है। इस दौरान पार्टी के किसी पदाधिकारी से उनके मिलने की कोई योजना नहीं है। Punjab CM News: …. तो पंजाब में 4 महीने से चल रहे सियासी उलटफेर के पीछे राहुल गांधीकैसी है प्रियंका की कॉटेज? प्रियंका की कॉटेज में पांच कमरें हैं। यह कॉटेज लकड़ी के तख्तों से बनी है। इसका स्‍लोप टाइल्‍स का है। यह कॉटेज शिमला से लगभग 15 किलोमीटर दूर चरबरा में समतल जमीन से 8,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर है। प्रियंका ने वर्ष 2007 में वाइल्डफ्लावर हॉल के करीब चार बीघा जमीन खरीदकर इस कॉटेज को बनवाया था। यहां वह नियमित रूप से आती रहती हैं। फिलहाल वह अपने बच्चों, मां और भाई के साथ यहां छुट्टी मना रही हैं।चन्‍नी बने पंजाब के नए कैप्‍टनसोमवार को चरणजीत सिंह चन्‍नी ने पंजाब के सीएम के तौर पर शपथ ग्रहण की। शनिवार को कैप्‍टन अमरिंंदर सिंह के इस्‍तीफे के बाद राज्‍य में नए मुख्‍यमंत्री को बनाने की कवायद तेज हो गई। लंबी मंत्रणा के बाद राहुल गांधी और पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिंह सिद्धू की पसंद चन्‍नी के नाम पर आख‍िरकार मुहर लगी। वह राज्य के पहले दलित सिख मुख्यमंत्री हैं। कैप्टन अमरिंदर की कुर्सी जाने की मुख्य वजह उनकी सिद्धू के साथ लंबे समय से चली आ रही तनातनी बनी।